छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायगढ़,2 मार्च। रेलवे सुरक्षा बल ने रेलवे की अवैध ई-टिकट बनाने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
रेल सुरक्षा बल पोस्ट रायगढ़ प्रभारी कुलदीप कुमार ने मीडिया को बताया कि 27 फरवरी को प्रभारी निरिक्षक रेसुब पोस्ट रायगढ़ के नेतृत्व में, उप निरीक्षक संजय कुमार एस हमराह बल सदस्यों के साथ मुखबिर की सूचना के अधार पर स्थानीय पुलिस थाना-घरघोड़ा के सहयोग से नवापारा मंदिर चौक के पास स्थित मनोज कम्प्युटर दुकान में समय लगभग 15:30 बजे दबिश दी गई। दुकान में संचालक मिला। पूछने पर नाम व पता-मनोज कुमार निषाद ग्राम टेन्डा नवापारा, रायगढ़ बताया।
रेलवे ई टिकट की जांच हेतु सहयोग देने नोटिस देकर कम्प्युटर को चेक करने पर एक नग व्यक्तिगत यूजर आई.डी. से 11 नग (पूर्व) का रेलवे आरक्षित ई टिकट बनाना पाया गया। जिसकी कुल कीमत लगभग 22779.05 रूपये है।
उक्त 11 नग रेलवे ई टिकट बनाने के संबंध में वैध अनुज्ञप्ति हेतु नोटिस दिया गया। जिसमें उनके द्वारा वैध पत्र नहीं होना बताया। आगे पूछताछ में बताया कि, दुकान सव्या गुप्ता के नाम से है और 10 वर्षों से प्रति माह 2500 रूपये से लेकर आनलाईन का काम व फोटो कापी कर रह है। रेलवे ई-टिकट का काम लगभग 2 वर्षों से कर रहा है। जरूरतमंद ग्राहकों की मांग पर टिकट बनाना और प्रत्येक टिकट में 30 अतिरिक्त चार्ज कमीशन के रूप में लेना बताया।
मामला रेलवे अधिनियम कि धारा 143 का होना पाकर उक्त व्यक्ति का स्वीकारोक्ति बयान दर्ज कर जप्ती की कार्यवाही एवं वैधानिक दस्तावेज मय संपत्ति दस्तावेज के साथ पोस्ट लाया गया। दुकान संचालक-मनोज कुमार निषाद के विरूद्ध धारा-143 रेलवे अधिनियम दर्ज कर आरोपी को उसके अपराध से अवगत कराया गया, सक्षम जमानतदार पेश करने पर जमानत का लाभ दिया गया।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायगढ़,2 मार्च। रेलवे सुरक्षा बल ने रेलवे की अवैध ई-टिकट बनाने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
रेल सुरक्षा बल पोस्ट रायगढ़ प्रभारी कुलदीप कुमार ने मीडिया को बताया कि 27 फरवरी को प्रभारी निरिक्षक रेसुब पोस्ट रायगढ़ के नेतृत्व में, उप निरीक्षक संजय कुमार एस हमराह बल सदस्यों के साथ मुखबिर की सूचना के अधार पर स्थानीय पुलिस थाना-घरघोड़ा के सहयोग से नवापारा मंदिर चौक के पास स्थित मनोज कम्प्युटर दुकान में समय लगभग 15:30 बजे दबिश दी गई। दुकान में संचालक मिला। पूछने पर नाम व पता-मनोज कुमार निषाद ग्राम टेन्डा नवापारा, रायगढ़ बताया।
रेलवे ई टिकट की जांच हेतु सहयोग देने नोटिस देकर कम्प्युटर को चेक करने पर एक नग व्यक्तिगत यूजर आई.डी. से 11 नग (पूर्व) का रेलवे आरक्षित ई टिकट बनाना पाया गया। जिसकी कुल कीमत लगभग 22779.05 रूपये है।
उक्त 11 नग रेलवे ई टिकट बनाने के संबंध में वैध अनुज्ञप्ति हेतु नोटिस दिया गया। जिसमें उनके द्वारा वैध पत्र नहीं होना बताया। आगे पूछताछ में बताया कि, दुकान सव्या गुप्ता के नाम से है और 10 वर्षों से प्रति माह 2500 रूपये से लेकर आनलाईन का काम व फोटो कापी कर रह है। रेलवे ई-टिकट का काम लगभग 2 वर्षों से कर रहा है। जरूरतमंद ग्राहकों की मांग पर टिकट बनाना और प्रत्येक टिकट में 30 अतिरिक्त चार्ज कमीशन के रूप में लेना बताया।
मामला रेलवे अधिनियम कि धारा 143 का होना पाकर उक्त व्यक्ति का स्वीकारोक्ति बयान दर्ज कर जप्ती की कार्यवाही एवं वैधानिक दस्तावेज मय संपत्ति दस्तावेज के साथ पोस्ट लाया गया। दुकान संचालक-मनोज कुमार निषाद के विरूद्ध धारा-143 रेलवे अधिनियम दर्ज कर आरोपी को उसके अपराध से अवगत कराया गया, सक्षम जमानतदार पेश करने पर जमानत का लाभ दिया गया।