आठ लाख के ईनामी नक्सली का समर्पण

छत्तीसगढ़ संवाददाता सुकमा, 26 फरवरी। आज नक्सल मोर्चे पर पुलिस को बड़ी सफलता मिली। आठ लाख के ईनामी सक्रिय नक्सली कमांडर नागेश उफऱ् एर्रा ने पुलिस अफसरों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। वह 2010 में ताड़मेटला हमले में 76 जवान शहीद हुए थे, उस घटना सहित कई वारदातों में शामिल रहा है। पुलिस की जारी विज्ञप्ति अनुसार नक्सलियों की बटालियन नंबर-01 कंपनी नंबर-02 का सक्रिय कमांडर नागेश उर्फ पेडक़म एर्रा ने नक्सलियों के अमानवीय एवं आधारहीन विचारधारा को त्यागकर छग शासन के पुनर्वास नीति व पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शूरूवात) से प्रभावित होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक सुकमा , उत्तम प्रताप सिंह उप पुलिस अधीक्षक बस्तर फाईटर जिला सुकमा, निशांत पाठक, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी, दोरनापाल एवं रक्षित निरीक्षक रवि उपाध्याय के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया । आत्मसमर्पण करनेे हेतु प्रोत्साहित कराने में विशेष आसूचना शाखा जिला सुकमा का विशेष सहयोग रहा। आत्मसमर्पित नक्सली को राज्य शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें दी जाएगी।

आठ लाख के ईनामी नक्सली का समर्पण
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
छत्तीसगढ़ संवाददाता सुकमा, 26 फरवरी। आज नक्सल मोर्चे पर पुलिस को बड़ी सफलता मिली। आठ लाख के ईनामी सक्रिय नक्सली कमांडर नागेश उफऱ् एर्रा ने पुलिस अफसरों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। वह 2010 में ताड़मेटला हमले में 76 जवान शहीद हुए थे, उस घटना सहित कई वारदातों में शामिल रहा है। पुलिस की जारी विज्ञप्ति अनुसार नक्सलियों की बटालियन नंबर-01 कंपनी नंबर-02 का सक्रिय कमांडर नागेश उर्फ पेडक़म एर्रा ने नक्सलियों के अमानवीय एवं आधारहीन विचारधारा को त्यागकर छग शासन के पुनर्वास नीति व पूना नर्कोम अभियान (नई सुबह, नई शूरूवात) से प्रभावित होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक सुकमा , उत्तम प्रताप सिंह उप पुलिस अधीक्षक बस्तर फाईटर जिला सुकमा, निशांत पाठक, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी, दोरनापाल एवं रक्षित निरीक्षक रवि उपाध्याय के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया । आत्मसमर्पण करनेे हेतु प्रोत्साहित कराने में विशेष आसूचना शाखा जिला सुकमा का विशेष सहयोग रहा। आत्मसमर्पित नक्सली को राज्य शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें दी जाएगी।