कांग्रेसी पार्षदों से दिया एक दिवसीय धरना

महापौर व पार्षद निधि रोके जाने पर जताया विरोध छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़, 9 अक्टूबर। नगर निगम द्वारा निर्वाचित पार्षदों की पार्षद निधि नही देने को लेकर आज कांग्रेस के 15 से अधिक पार्षदों ने महापौर जानकी काटजू के नेतृत्व में निगम परिसर में धरना देते हुए जमकर नारेबाजी की। आंदोलन कर रहे कांग्रेसी पार्षदों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, नगरीय निकाय मंत्री सहित वित्त मंत्री के खिलाफ भी नारेबाजी करते हुए बीते एक साल से वार्डों में विकास के लिये सरकार की तरफ से दी जाने वाली पार्षद निधि नही दिये जाने को आरोप लगाते हुए जल्द यह राशि देने की मांग की। कांगे्रस के पार्षदों के इस धरना प्रदर्शन में भाजपा के पार्षद नदारद थे जबकि नगर निगम में 48 पार्षदों में से सर्वाधिक बहुमत कांग्रेस का है और अब सरकार बदलने के बाद कांग्रेसी पार्षद ही सरकार को घेरने में लगे हैं। बीते एक साल से राज्य सरकार द्वारा पार्षदों को दी जाने वाली पार्षद निधि निगम पार्षदों को नही मिल रही है और अब चुनाव पास आते ही सभी पार्षद इस बात को लेकर सक्रिय हो गए हैं। वार्डों में पार्षद निधि से मिलने वाली राशि से कई विकास कार्य किये जाते थे, पर अब एक साल से यह राशि नहीं मिलने से वार्डों में कामकाज नहीं हो पा रहे हैं। इस संबंध में निगम महापौर जानकी काटजू का आरोप है कि आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन पार्षदों के द्वारा किया जा रहा है, चूंकि राज्य सरकार के द्वारा अभी तक महापौर निधि के अलावा पार्षद निधि जारी नही की गई है, जबकि पूर्व में मार्च अपै्रल में ही कर दी जाती थी। आमजन की जो समस्या होती है, उसे इसी निधि के पैसे पूरा किया जाता है। पूरे प्रदेश में महापौर निधि और पार्षद निधि को रोक दिया गया है जिसे शहर विकास विरोधी भी कहा जा सकता है। आने वाले समय में अगर राशि जारी नहीं की जाती है तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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महापौर व पार्षद निधि रोके जाने पर जताया विरोध छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़, 9 अक्टूबर। नगर निगम द्वारा निर्वाचित पार्षदों की पार्षद निधि नही देने को लेकर आज कांग्रेस के 15 से अधिक पार्षदों ने महापौर जानकी काटजू के नेतृत्व में निगम परिसर में धरना देते हुए जमकर नारेबाजी की। आंदोलन कर रहे कांग्रेसी पार्षदों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, नगरीय निकाय मंत्री सहित वित्त मंत्री के खिलाफ भी नारेबाजी करते हुए बीते एक साल से वार्डों में विकास के लिये सरकार की तरफ से दी जाने वाली पार्षद निधि नही दिये जाने को आरोप लगाते हुए जल्द यह राशि देने की मांग की। कांगे्रस के पार्षदों के इस धरना प्रदर्शन में भाजपा के पार्षद नदारद थे जबकि नगर निगम में 48 पार्षदों में से सर्वाधिक बहुमत कांग्रेस का है और अब सरकार बदलने के बाद कांग्रेसी पार्षद ही सरकार को घेरने में लगे हैं। बीते एक साल से राज्य सरकार द्वारा पार्षदों को दी जाने वाली पार्षद निधि निगम पार्षदों को नही मिल रही है और अब चुनाव पास आते ही सभी पार्षद इस बात को लेकर सक्रिय हो गए हैं। वार्डों में पार्षद निधि से मिलने वाली राशि से कई विकास कार्य किये जाते थे, पर अब एक साल से यह राशि नहीं मिलने से वार्डों में कामकाज नहीं हो पा रहे हैं। इस संबंध में निगम महापौर जानकी काटजू का आरोप है कि आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन पार्षदों के द्वारा किया जा रहा है, चूंकि राज्य सरकार के द्वारा अभी तक महापौर निधि के अलावा पार्षद निधि जारी नही की गई है, जबकि पूर्व में मार्च अपै्रल में ही कर दी जाती थी। आमजन की जो समस्या होती है, उसे इसी निधि के पैसे पूरा किया जाता है। पूरे प्रदेश में महापौर निधि और पार्षद निधि को रोक दिया गया है जिसे शहर विकास विरोधी भी कहा जा सकता है। आने वाले समय में अगर राशि जारी नहीं की जाती है तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।