खबर का असर: चेरपाल से पालनार के बीच कटी सडक़ की मरम्मत, आवागमन शुरू

छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 12 सितंबर। चार महीने पहले बनी सडक़ बारिश में कटी शीर्षक से छत्तीसगढ़ ने बीते दिनों प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। जिसे संज्ञान में लेते हुए पीएमजीएसवाय ने जेसीबी की मदद से कटी हुई सडक़ पर मिट्टी मुरुम डालकर मरम्मत कार्य करवाया है। अब इस मार्ग पर चार पहिये वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत चेरपाल से नेंड्रा तक 15 किलोमीटर मिट्टी मुरुम की सडक़ का निर्माण कराया जा रहा है। इस काम की लागत 6 करोड़ 97 लाख रुपये है और इसे भिलाई की बाफना कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। क्षेत्र में लगातार बारिश होने के चलते इस मार्ग पर चेरपाल से 3 किलोमीटर आगे और पालनार से 1 किलोमीटर पहले तुंगलवाया नाला के पास सडक़ के कट जाने से इस मार्ग से चार पहिये वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी। कुछ बाइक सवार जान जोखिम में डालकर किनारे से इस मार्ग से आवाजाही कर रहे थे। इसकी खबर छत्तीसगढ़ ने बुधवार को प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशित होने के बाद पीएमजीएसवाय ने गुरुवार को जेसीबी की मदद से कटी हुई सडक़ पर मिट्टी मुरुम डालकर मरम्मत कराया, तब सडक़ बहाल हुई और चार पहिये वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के ईई धनंजय देवांगन ने बताया कि चेरपाल से पालनार के बीच तुंगलवाया नाला के पास कटी सडक़ का मरम्मत कार्य करा दिया गया है। इस मार्ग पर अब आवाजाही बहाल हो गई है। 2018 में हुआ टेंडर, कार्य अवधि खत्म पीएमजीएसवाय के ईई धनंजय देवांगन ने बताया कि खेतों के पानी की निकासी के लिए यह वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पाइप डाला गया था। इस मार्ग पर 5 से 6 जगहों पर आरसीसी पुलिया का निर्माण होना है। ईई ने बताया कि वर्ष 2018 में इस कार्य का टेंडर हुआ था। जिसकी अवधि खत्म हो गई है। ठेकेदार ने एक्सटेंशन मांगा हैं। उन्होंने कहा कि बारिश से जो सडक़ बह गया है, उसे जल्द ठीक करवा दिया जाएगा।

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छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 12 सितंबर। चार महीने पहले बनी सडक़ बारिश में कटी शीर्षक से छत्तीसगढ़ ने बीते दिनों प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। जिसे संज्ञान में लेते हुए पीएमजीएसवाय ने जेसीबी की मदद से कटी हुई सडक़ पर मिट्टी मुरुम डालकर मरम्मत कार्य करवाया है। अब इस मार्ग पर चार पहिये वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत चेरपाल से नेंड्रा तक 15 किलोमीटर मिट्टी मुरुम की सडक़ का निर्माण कराया जा रहा है। इस काम की लागत 6 करोड़ 97 लाख रुपये है और इसे भिलाई की बाफना कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। क्षेत्र में लगातार बारिश होने के चलते इस मार्ग पर चेरपाल से 3 किलोमीटर आगे और पालनार से 1 किलोमीटर पहले तुंगलवाया नाला के पास सडक़ के कट जाने से इस मार्ग से चार पहिये वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी। कुछ बाइक सवार जान जोखिम में डालकर किनारे से इस मार्ग से आवाजाही कर रहे थे। इसकी खबर छत्तीसगढ़ ने बुधवार को प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशित होने के बाद पीएमजीएसवाय ने गुरुवार को जेसीबी की मदद से कटी हुई सडक़ पर मिट्टी मुरुम डालकर मरम्मत कराया, तब सडक़ बहाल हुई और चार पहिये वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के ईई धनंजय देवांगन ने बताया कि चेरपाल से पालनार के बीच तुंगलवाया नाला के पास कटी सडक़ का मरम्मत कार्य करा दिया गया है। इस मार्ग पर अब आवाजाही बहाल हो गई है। 2018 में हुआ टेंडर, कार्य अवधि खत्म पीएमजीएसवाय के ईई धनंजय देवांगन ने बताया कि खेतों के पानी की निकासी के लिए यह वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पाइप डाला गया था। इस मार्ग पर 5 से 6 जगहों पर आरसीसी पुलिया का निर्माण होना है। ईई ने बताया कि वर्ष 2018 में इस कार्य का टेंडर हुआ था। जिसकी अवधि खत्म हो गई है। ठेकेदार ने एक्सटेंशन मांगा हैं। उन्होंने कहा कि बारिश से जो सडक़ बह गया है, उसे जल्द ठीक करवा दिया जाएगा।