ट्रेनों में टीसी और टीटीई की ड्यूटी में एसीएम, सीटीआई की सेटिंग-भेदभाव पर बोर्ड की नजर
ट्रेनों में टीसी और टीटीई की ड्यूटी में एसीएम, सीटीआई की सेटिंग-भेदभाव पर बोर्ड की नजर
छत्तीसगढ़ में भी दो ट्रेनों में ऐसी ही शिकायतें
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 16 मार्च।रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड ने देश भर के सभी जोन मुख्यालय के प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों को टीसी, टीटीई की ड्यूटी में एसीएम, सीटीआई की सेटिंग और भेदभाव रोकने को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। इसे हतोत्साहित करने ड्यूटी रोस्टर का पालन करने कहा है ।
बोर्ड के सतर्कता निदेशालय ने अपने हाल के एक जांच अभियान के दौरान मिली जानकारी, खामी और शिकायतों के परीक्षण के बाद यह आदेश जारी किया है। बताया गया है कि डीसीएम,एसीएम या सीटीआई अपने मातहत कुछ टिकिट कलेक्टर, टीटीई को ही ट्रेन विशेष में ड्यूटी पर भेजते हैं। इसके पीछे उनका मेलफाइड इंटरेस्ट होता है । बाकी को पैसेंजर ट्रेन या प्लेटफॉर्म पर ही तैनात करते हैं। इस जांच में बिलासपुर जोन को लेकर भी शिकायत की गई थी। यहां सारनाथ एक्सप्रेस और कलिंगा एक्सप्रेस को लेकर यह खुलासा हुआ है । इसके बाद रेलवे बोर्ड में निदेशक यात्री विपणन- टू संजय मनोचा ने ये निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा कि टिकट जाँच कर्मचारियों के ड्यूटी रोस्टर का उचित रूप से पालन किया जाना चाहिए।
सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति से टीटीई आपस में ड्यूटी परिवर्तनवकर सकेंगे। और इसका एक लिखित रिकॉर्ड बनाए रखा जाना चाहिए। विशेष ट्रेनों पर चेकिंग स्टाफ की तैनाती करते समय ड्यूटी आवंटित करने में सावधानी बरती जानी चाहिए; रूट में फेरबदल और चेकिंग स्टाफ का रोटेशन किया जाना चाहिए। ऐसा करते समय, विशेष टीटीई और ट्रेनों को आवंटित ड्यूटी के बारे में शिकायतों को कम किया जा सकता है।
ड्यूटी चार्ट/रोस्टर का सख्ती से रखरखाव किया जाना चाहिए। उपरोक्त को लागू करने के लिए मंडल स्तर पर मासिक जांच सुनिश्चित की जानी चाहिए। श्री मिनोचा ने सभी जोनल प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों से कंप्लायंस रिपोर्ट भेजने भी कहा है ।
छत्तीसगढ़ में भी दो ट्रेनों में ऐसी ही शिकायतें
छत्तीसगढ़ संवाददाता
रायपुर, 16 मार्च।रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड ने देश भर के सभी जोन मुख्यालय के प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों को टीसी, टीटीई की ड्यूटी में एसीएम, सीटीआई की सेटिंग और भेदभाव रोकने को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। इसे हतोत्साहित करने ड्यूटी रोस्टर का पालन करने कहा है ।
बोर्ड के सतर्कता निदेशालय ने अपने हाल के एक जांच अभियान के दौरान मिली जानकारी, खामी और शिकायतों के परीक्षण के बाद यह आदेश जारी किया है। बताया गया है कि डीसीएम,एसीएम या सीटीआई अपने मातहत कुछ टिकिट कलेक्टर, टीटीई को ही ट्रेन विशेष में ड्यूटी पर भेजते हैं। इसके पीछे उनका मेलफाइड इंटरेस्ट होता है । बाकी को पैसेंजर ट्रेन या प्लेटफॉर्म पर ही तैनात करते हैं। इस जांच में बिलासपुर जोन को लेकर भी शिकायत की गई थी। यहां सारनाथ एक्सप्रेस और कलिंगा एक्सप्रेस को लेकर यह खुलासा हुआ है । इसके बाद रेलवे बोर्ड में निदेशक यात्री विपणन- टू संजय मनोचा ने ये निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा कि टिकट जाँच कर्मचारियों के ड्यूटी रोस्टर का उचित रूप से पालन किया जाना चाहिए।
सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति से टीटीई आपस में ड्यूटी परिवर्तनवकर सकेंगे। और इसका एक लिखित रिकॉर्ड बनाए रखा जाना चाहिए। विशेष ट्रेनों पर चेकिंग स्टाफ की तैनाती करते समय ड्यूटी आवंटित करने में सावधानी बरती जानी चाहिए; रूट में फेरबदल और चेकिंग स्टाफ का रोटेशन किया जाना चाहिए। ऐसा करते समय, विशेष टीटीई और ट्रेनों को आवंटित ड्यूटी के बारे में शिकायतों को कम किया जा सकता है।
ड्यूटी चार्ट/रोस्टर का सख्ती से रखरखाव किया जाना चाहिए। उपरोक्त को लागू करने के लिए मंडल स्तर पर मासिक जांच सुनिश्चित की जानी चाहिए। श्री मिनोचा ने सभी जोनल प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों से कंप्लायंस रिपोर्ट भेजने भी कहा है ।