युक्तियुक्तकरण का विरोध, शिक्षक संगठन एकजुट

कहा-मिलकर दोषपूर्ण नियमों का करेंगे विरोध छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 23 अगस्त। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी किए गए शाला एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण आदेश के विरोध में राज्य के चार प्रमुख शिक्षक संगठनों द्वारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा का गठन कर प्रथम चरण में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन अभियान के तहत मोर्चा के जिला इकाई बीजापुर द्वारा जिलाधीश एवं जिला शिक्षा अधिकारी बीजापुर को ज्ञापन सौंपा गया। मोर्चा के पदाधिकारियों ने बताया कि शासन द्वारा किये जाने वाले युक्तियुक्तकरण के तहत प्रदेश के लगभग 4000 शालाओं को अन्य शाला में मर्ज करने के नाम पर बंद करने का प्रयास है। विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण में 2008 के शिक्षक सेटअप को भी समाप्त करने का प्रयास है, शिक्षक विद्यार्थी अनुपात में कटौती किया जा रहा है। जिससे सरकारी शालाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सम्भव ही नहीं हो पाएगा। सरकार द्वारा कार्यरत शिक्षकों को अतिशेष माना जा रहा। जिससे प्रतीत होता है कि शासन नई भर्ती नहीं करना चाहती। इस स्थिति में शिक्षित और प्रशिक्षित बेरोजगार जो शिक्षक बनने के लिए बीएड, डीएड, टीईटी करके नई भर्ती की तैयारी में लगे हुए हंै। उनका भी शिक्षक बनने का सपना केवल सपना रह जाएगा। एक ही परिसर के शालाओं को मर्ज किए जाने से वहां कार्यरत प्राथमिक प्रधानपाठक के पद औचित्यहीन हो जाएंगे। इस तरह से जो युक्तियुक्तकरण शासन के द्वारा किये जाने की तैयारी की जा रही है वह गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से दूर रखने की साजिश, बेरोजगारों के साथ कुठाराघात, शिक्षकों को मानिसक रूप से प्रताडि़त करने के उद्देश्य से प्रेरित लगता युक्तियुक्तकरण में अनेक विसंगति व्याप्त हैं। जिनके विरोध में सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन,छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसियन,शालेय शिक्षक संघ,नवीन शिक्षक संघ के संयुक्त रूप से बने शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले विरोध दर्ज किया गया। यदि सरकार इस पर विचार नहीं करेगी तो आने वाले दिनों प्रदेश के समस्त शिक्षक तालाबंदी कर शाला बहिष्कार करने को बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेश मिश्रा,शालेय शिक्षक संघ के प्रहलाद जैन,शालेय शिक्षक मोर्चा के सचिव कैलाश रामटेके, सीजीटीए से अब्दुल अलीम रिजवी,प्रांत पदाधिकारी पुरुषोत्तम झाड़ी के अलावा बीजापुर विकासखंड से सुशील हेमला,राकेश गिरी, विजय झाड़े,मनोज कावटी, विजय चापड़ी,शांति लाल वर्मा, मोहसिन खान,सुनील झाड़ी,लछिन्दर हेमला,रामचन्द्रम कुडिय़म,बुधराम हेमला विकासखंड भोपालपटनम से योगेश वासम, अनिल जाटव,अग्गी कामेश्वर, संजय चिंतुर,राजन्ना एट्टी और चंद्रशेखर वासम भैरमगढ़ से शिव पुनेम,काशी आदि मौजूद रहे।

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कहा-मिलकर दोषपूर्ण नियमों का करेंगे विरोध छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 23 अगस्त। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी किए गए शाला एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण आदेश के विरोध में राज्य के चार प्रमुख शिक्षक संगठनों द्वारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा का गठन कर प्रथम चरण में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन अभियान के तहत मोर्चा के जिला इकाई बीजापुर द्वारा जिलाधीश एवं जिला शिक्षा अधिकारी बीजापुर को ज्ञापन सौंपा गया। मोर्चा के पदाधिकारियों ने बताया कि शासन द्वारा किये जाने वाले युक्तियुक्तकरण के तहत प्रदेश के लगभग 4000 शालाओं को अन्य शाला में मर्ज करने के नाम पर बंद करने का प्रयास है। विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण में 2008 के शिक्षक सेटअप को भी समाप्त करने का प्रयास है, शिक्षक विद्यार्थी अनुपात में कटौती किया जा रहा है। जिससे सरकारी शालाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सम्भव ही नहीं हो पाएगा। सरकार द्वारा कार्यरत शिक्षकों को अतिशेष माना जा रहा। जिससे प्रतीत होता है कि शासन नई भर्ती नहीं करना चाहती। इस स्थिति में शिक्षित और प्रशिक्षित बेरोजगार जो शिक्षक बनने के लिए बीएड, डीएड, टीईटी करके नई भर्ती की तैयारी में लगे हुए हंै। उनका भी शिक्षक बनने का सपना केवल सपना रह जाएगा। एक ही परिसर के शालाओं को मर्ज किए जाने से वहां कार्यरत प्राथमिक प्रधानपाठक के पद औचित्यहीन हो जाएंगे। इस तरह से जो युक्तियुक्तकरण शासन के द्वारा किये जाने की तैयारी की जा रही है वह गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से दूर रखने की साजिश, बेरोजगारों के साथ कुठाराघात, शिक्षकों को मानिसक रूप से प्रताडि़त करने के उद्देश्य से प्रेरित लगता युक्तियुक्तकरण में अनेक विसंगति व्याप्त हैं। जिनके विरोध में सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन,छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसियन,शालेय शिक्षक संघ,नवीन शिक्षक संघ के संयुक्त रूप से बने शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले विरोध दर्ज किया गया। यदि सरकार इस पर विचार नहीं करेगी तो आने वाले दिनों प्रदेश के समस्त शिक्षक तालाबंदी कर शाला बहिष्कार करने को बाध्य होंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेश मिश्रा,शालेय शिक्षक संघ के प्रहलाद जैन,शालेय शिक्षक मोर्चा के सचिव कैलाश रामटेके, सीजीटीए से अब्दुल अलीम रिजवी,प्रांत पदाधिकारी पुरुषोत्तम झाड़ी के अलावा बीजापुर विकासखंड से सुशील हेमला,राकेश गिरी, विजय झाड़े,मनोज कावटी, विजय चापड़ी,शांति लाल वर्मा, मोहसिन खान,सुनील झाड़ी,लछिन्दर हेमला,रामचन्द्रम कुडिय़म,बुधराम हेमला विकासखंड भोपालपटनम से योगेश वासम, अनिल जाटव,अग्गी कामेश्वर, संजय चिंतुर,राजन्ना एट्टी और चंद्रशेखर वासम भैरमगढ़ से शिव पुनेम,काशी आदि मौजूद रहे।