यमन में भयंकर बाढ़ से 25 लोगों की मौत

सना, 28 अगस्त । यमन के अल-महवित क्षेत्र में अचानक आई बाढ़ के कारण कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है। मंगलवार को 24 घंटे से अधिक की भारी बारिश के कारण अल-महवित में अचानक आई बाढ़ के कारण तीन बांध टूट गए और मल्हान जिले में दर्जनों घर बह गए। सूत्रों ने बताया कि कई ग्रामीण अभी भी लापता हैं, इसलिए बचाव अभियान जारी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कहा, स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इस महीने की शुरुआत में होदेइदाह और हज्जाह क्षेत्रों में भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ ने 45 लोगों की जान ले ली और इससे 12,000 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। डब्ल्यूएचओ ने संघर्ष-ग्रस्त देश में बरसात के मौसम में दूषित पानी और खराब स्वच्छता के कारण बीमारियों के फैलने की संभावना के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है। बता दें कि यमन 2014 से गृहयुद्ध में फंसा हुआ है, जब हौथी समूह ने कई उत्तरी प्रांतों पर कब्जा कर लिया, जिससे यमनी सरकार को राजधानी सना छोड़कर भागने पर मजबूर होना पड़ा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, इससे पहले 25 अगस्त को इंडोनेशिया के उत्तरी मालुकु प्रांत में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से कई घरों और बुनियादी ढांचे के नष्ट हो जाने के बाद 13 शव बरामद किए गए थे। इसके अलावा छह लोग अभी भी लापता हैं। लगभग एक दशक से चल रहे युद्ध से जूझ रहा यमन लगभग हर साल भारी बारिश के कारण भयंकर बाढ़ का सामना करता है। वहां जलवायु परिवर्तन के कारण भारी बारिश हो रही है। संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता एजेंसी ओसीएचए ने 19 अगस्त को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि जुलाई से अब तक बाढ़ के कारण होदेदा प्रांत में 36, इब्ब में नौ, मारिब में आठ और तैज में सात लोगों की मौत हो चुकी है। --(आईएएनएस)

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सना, 28 अगस्त । यमन के अल-महवित क्षेत्र में अचानक आई बाढ़ के कारण कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है। मंगलवार को 24 घंटे से अधिक की भारी बारिश के कारण अल-महवित में अचानक आई बाढ़ के कारण तीन बांध टूट गए और मल्हान जिले में दर्जनों घर बह गए। सूत्रों ने बताया कि कई ग्रामीण अभी भी लापता हैं, इसलिए बचाव अभियान जारी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कहा, स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इस महीने की शुरुआत में होदेइदाह और हज्जाह क्षेत्रों में भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ ने 45 लोगों की जान ले ली और इससे 12,000 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है। डब्ल्यूएचओ ने संघर्ष-ग्रस्त देश में बरसात के मौसम में दूषित पानी और खराब स्वच्छता के कारण बीमारियों के फैलने की संभावना के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की है। बता दें कि यमन 2014 से गृहयुद्ध में फंसा हुआ है, जब हौथी समूह ने कई उत्तरी प्रांतों पर कब्जा कर लिया, जिससे यमनी सरकार को राजधानी सना छोड़कर भागने पर मजबूर होना पड़ा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, इससे पहले 25 अगस्त को इंडोनेशिया के उत्तरी मालुकु प्रांत में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से कई घरों और बुनियादी ढांचे के नष्ट हो जाने के बाद 13 शव बरामद किए गए थे। इसके अलावा छह लोग अभी भी लापता हैं। लगभग एक दशक से चल रहे युद्ध से जूझ रहा यमन लगभग हर साल भारी बारिश के कारण भयंकर बाढ़ का सामना करता है। वहां जलवायु परिवर्तन के कारण भारी बारिश हो रही है। संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायता एजेंसी ओसीएचए ने 19 अगस्त को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि जुलाई से अब तक बाढ़ के कारण होदेदा प्रांत में 36, इब्ब में नौ, मारिब में आठ और तैज में सात लोगों की मौत हो चुकी है। --(आईएएनएस)