वॉटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता का सीएम डॉ मोहन यादव ने किया उद्घाटन… देशभर से 557 प्रतिभागी आए

भोपाल भोपाल में 24वीं अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्‍पोर्ट्स प्रतियोगिता 17 से 21 फरवरी तक...

वॉटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता का सीएम डॉ मोहन यादव ने किया उद्घाटन… देशभर से 557 प्रतिभागी आए
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भोपाल

भोपाल में 24वीं अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्‍पोर्ट्स प्रतियोगिता 17 से 21 फरवरी तक मध्यप्रदेश पुलिस की मेजबानी में भोपाल में आयोजित हो रही है। मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज भोपाल में बड़े तालाब के बोट क्‍लब पर प्रतियोगिता का उद्घाटन किया।

सीएम यादव ने इस मौके पर कहा कि,पुलिस अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए नागरिकों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के कार्य के साथ-साथ खेलों में भी अपनी छाप छोड़ रही है।

पुलिस बल के अनेक सदस्यों ने विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा को साबित करते हुए देश का नाम रोशन किया है। जब पुलिस बल एक बार जब ज्वाइन करते हैं तब से रिटायरमेंट तक "जवान" ही कहलाते है।

देश में मप्र की अलग पहचान, हमारे यहां घड़ियाल भी सबसे ज्यादा

सीएस ने कहा कि, वन्यजीवों के लिए मध्यप्रदेश की देश में एक अलग पहचान है। पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा बाघ हमारे देश में पाए जाते हैं और देश के अंदर मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या सबसे अधिक है। इसके अलावा, अब हमारे यहां चीते भी आ गए हैं और घड़ियालों की संख्या भी सबसे ज्यादा है।

भोपाल का तालाब जवानों के साहस से जीवंत हो उठा

सीएम ने कहा कि पंच महाभूतों में जल का विशेष महत्व है। चूंकि जीवन की उत्पत्ति जल से होती है, इसलिए जल हमेशा से ही जीवों को लालायित करता हैं। राजा भोज द्वारा निर्मित भोपाल के ऐतिहासिक बड़े तालाब में अखिल भारतीय प्रतियोगिता का आयोजन, प्रदेश सहित राजधानी भोपाल के लिए गौरव का विषय है।

सीएम बोले, हमारी संस्कृति में 'अतिथि देवो भव:' की परंपरा है, जिसे मैं हृदय से अनुभव करता हूं। भोपाल का तालाब आज एक अलग प्रकार के आनंद का अनुभव कर रहा होगा। यह तालाब एक हजार साल से भी अधिक पुराना है, लेकिन आज यह हमारे जवानों के साहस और पराक्रम से जीवंत हो उठा है।

उनके खेल के प्रति समर्पण ने इस स्थल को नई ऊर्जा दी है। प्रदेश में समुद्र नहीं है लेकिन भोपाल का बड़ा तालाब समुद्र से कम नहीं।

सफल व्यक्तित्व के निर्माण में खेल सहायक

जीवन में खेल व्यक्ति को न केवल स्वस्थ रखता है, बल्कि वह उसकी लंबी आयु और संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास में भी सहायक होता है। इसके साथ ही खेल में भाग लेने से सभी प्रकार के गुणों का विकास होता है, जो एक सफल और समर्पित व्यक्तित्व के निर्माण में सहायक होते हैं।

राष्‍ट्रीय-अंतर्राष्‍ट्रीय लेवल के खिलाड़ी ले रहे हिस्सा

इस पांच दिवसीय वाटर स्‍पोर्ट्स प्रतियोगिता में राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर के नामी-गिरामी खिलाड़ी राजधानी की बड़े तालाब में अपने जौहर दिखाएंगे।

अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्‍पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड द्वारा प्रतियोगिता के आयोजन की जिम्‍मेदारी मध्‍यप्रदेश पुलिस को सौंपी गई है। इस प्रतियोगिता में खासतौर पर कयाकिंग, केनोइंग व रोईंग स्‍पर्धाएं होंगी।

जिसमें केन्‍द्रीय बलों सहित 22 राज्‍यों की पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों की टीमों के 557 खिलाड़ी हिस्‍सा ले रहे हैं। इनमें 123 महिला खिलाड़ी भी शामिल है। प्रतियोगिता में शामिल कयाकिंग, केनोइंग व रोईंग की अलग-अलग 27 स्‍पर्धाओं में दांव पर लगे 360 पदक और विजेता व उपविजेता की आधा दर्जन ट्राफियों पर कब्‍जा जमाने के लिए खिलाड़ी अपना दम-खम दिखाएंगे।

देश भर से हिस्सा लेने आई टीमें

इस बार की अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्‍पोर्ट्स प्रतियोगिता में बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी व एसएसबी इत्‍यादि केन्‍द्रीय बलों सहित मध्‍यप्रदेश, उत्‍तरप्रदेश, उत्‍तराखंड, पंजाब, जम्‍मू-कश्‍मीर,महाराष्‍ट्र, आसाम राइफल व आसाम पुलिस, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, उड़ीसा,मणिपुर व केन्‍द्र शासित प्रदेश अंडमान निकोबार द्वीप समूह की पुलिस एवं अर्द्ध सैनिक बलों की टीमें हिस्‍सा ले रहीं हैं।

MP की मेजबानी में 6 वीं बार आयोजित हो रही प्रतियोगिता

मध्‍यप्रदेश पुलिस की मेजबानी में छठवीं बार अखिल भारतीय पुलिस वाटर स्‍पोर्ट्स प्रतियोगिता आयोजित होने जा रही है। इससे पहले साल 2005, 2007, 2013, 2017 और 2019 में सफलतापूर्वक मध्‍यप्रदेश पुलिस यह प्रतियोगिता आयोजित कर चुकी है।

मुरैना में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे सीएम

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज मुरैना जिले के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे जिले के तीन महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री अपने दौरे की शुरुआत अटल प्रतिमा के अनावरण से करेंगे, इसके बाद दोपहर 1 बजे राजघाट चंबल का भ्रमण करेंगे और दोपहर 3 बजे करहधाम आश्रम पहुंचेंगे।

कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल अभयारण्य जाएंगे, इस दौरान वह 10 घड़ियालों को चंबल नदी में छोड़ेंगे। चंबल क्षेत्र में पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण को लेकर भी मुख्यमंत्री आवश्यक दिशा-निर्देश दे सकते हैं।