साल भर से बंद है सोलर मोटर पंप, झरिया का पानी पीने मजबूर ग्रामीण

छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 18 मई। जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर दरभा ब्लाक के ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा में रहने वाले 35 परिवार के करीब 90 लोग एक झिरिया पानी पर निर्भर हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर लगे सोलर मोटर पंप के साथ ही पानी टंकी भी लगाया गया था, लेकिन साल भर से बंद पड़े इस मोटर पम्प के चलते ग्रामीणों को दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बस्तर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर निराकरण की मांग की। ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा के निवासियों ने बताया कि वर्ष 2009-2010 में छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास विभाग द्वारा सोलर मोटर पम्प के साथ ही पानी टंकी ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा में लगाया गया था, जहाँ वर्ष 2023 से इसे बंद कर दिया गया, जिसके बाद से ग्रामीणों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा था। ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर कई बार शिकायत भी की, लेकिन किसी भी तरह से कोई भी हल नहीं निकला, इसके अलावा ग्रामीणों ने यह भी बताया कि संबंधित आला अधिकारियों को फोन पर भी सूचना दी गई, लेकिन इसके बाद भी किसी ने भी इस सोलर मोटर पम्प को बनाने की कोशिश नहीं की। इसके अलावा ग्रामीणों का यह भी कहना था कि विभाग के अधिकारियों ने कुछ दिन के बाद सोलर मोटर बोट को भी निकाल कर अपने साथ ले गए। मोटर नहीं होने से आने वाले दिनों में बरसात में और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इस मामले पर सब इंजीनियर दरभा यशवंत साहू ने बताया कि ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा में लगा मोटर पम्प जल गया था, जिसके कारण उसे निकाल कर ले जाया गया, वहीं पुराने सोलर मोटर में 600 वॉट का मोटर लगा हुआ था, नए मोटर पम्प के लिए ऑर्डर किया गया है, जैसे ही मोटर आने पर उसे सबसे पहले ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा में ही लगाया जाएगा।

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छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 18 मई। जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर दरभा ब्लाक के ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा में रहने वाले 35 परिवार के करीब 90 लोग एक झिरिया पानी पर निर्भर हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर लगे सोलर मोटर पंप के साथ ही पानी टंकी भी लगाया गया था, लेकिन साल भर से बंद पड़े इस मोटर पम्प के चलते ग्रामीणों को दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बस्तर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर निराकरण की मांग की। ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा के निवासियों ने बताया कि वर्ष 2009-2010 में छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास विभाग द्वारा सोलर मोटर पम्प के साथ ही पानी टंकी ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा में लगाया गया था, जहाँ वर्ष 2023 से इसे बंद कर दिया गया, जिसके बाद से ग्रामीणों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा था। ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर कई बार शिकायत भी की, लेकिन किसी भी तरह से कोई भी हल नहीं निकला, इसके अलावा ग्रामीणों ने यह भी बताया कि संबंधित आला अधिकारियों को फोन पर भी सूचना दी गई, लेकिन इसके बाद भी किसी ने भी इस सोलर मोटर पम्प को बनाने की कोशिश नहीं की। इसके अलावा ग्रामीणों का यह भी कहना था कि विभाग के अधिकारियों ने कुछ दिन के बाद सोलर मोटर बोट को भी निकाल कर अपने साथ ले गए। मोटर नहीं होने से आने वाले दिनों में बरसात में और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इस मामले पर सब इंजीनियर दरभा यशवंत साहू ने बताया कि ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा में लगा मोटर पम्प जल गया था, जिसके कारण उसे निकाल कर ले जाया गया, वहीं पुराने सोलर मोटर में 600 वॉट का मोटर लगा हुआ था, नए मोटर पम्प के लिए ऑर्डर किया गया है, जैसे ही मोटर आने पर उसे सबसे पहले ग्राम पंचायत छिंदावाड़ा के ढपनीपारा में ही लगाया जाएगा।