150 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में विधायक लता उसेंडी ने दिया आशीर्वाद
150 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में विधायक लता उसेंडी ने दिया आशीर्वाद
छत्तीसगढ़ संवाददाता
कोण्डागांव, 3 मार्च। राज्य शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत रविवार को डीएनके कॉलोनी ग्राउंड में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में 150 जोड़ों ने विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लेकर अपने दांपत्य जीवन की शुरुआत की।
इस अवसर पर कोण्डागांव विधायक लता उसेंडी सहित नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष सेवकराम नेताम, जिला पंचायत सीईओ अविनाश भोई, एडीएम चित्रकांत चार्ली ठाकुर, एसडीएम अजय उरांव, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अश्विनी बिस्वाल व अन्य मौजूद रहे। सभी ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं।
विधायक लता उसेंडी ने कहा कि यह योजना गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। इससे माता-पिता को अपनी बेटियों की शादी के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के प्रयासों से यह योजना कई परिवारों के लिए आर्थिक संबल बनी है।
पूर्व विधायक सेवकराम नेताम ने भी इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि इससे जरूरतमंद परिवारों को शादी के भारी खर्चों से राहत मिलती है। उन्होंने सभी नवदंपतियों को सुखद वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं दीं। सभी नवविवाहित जोड़ों को राज्य सरकार की ओर से 35 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई। साथ ही, विवाह प्रमाण पत्र भी दिए गए, जिससे भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। इस आयोजन को गायत्री समाज के प्रतिनिधियों द्वारा विधिपूर्वक वैदिक रीति-रिवाजों से संपन्न कराया गया।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनमें मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना प्रमुख है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहायता प्रदान करती है, ताकि माता-पिता को अपनी बेटियों की शादी की चिंता न सताए। इस योजना के तहत सरकार विवाह के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराती है, जिससे बेटियों का विवाह सामाजिक रीति-रिवाजों के अनुसार सम्मानपूर्वक संपन्न हो सके। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से गरीब परिवारों की बेटियों को नया जीवन शुरू करने में आर्थिक संबल मिल रहा है, जिससे माता-पिता की चिंताओं का भार कम हो रहा है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
कोण्डागांव, 3 मार्च। राज्य शासन के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत रविवार को डीएनके कॉलोनी ग्राउंड में सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में 150 जोड़ों ने विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सात फेरे लेकर अपने दांपत्य जीवन की शुरुआत की।
इस अवसर पर कोण्डागांव विधायक लता उसेंडी सहित नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष सेवकराम नेताम, जिला पंचायत सीईओ अविनाश भोई, एडीएम चित्रकांत चार्ली ठाकुर, एसडीएम अजय उरांव, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अश्विनी बिस्वाल व अन्य मौजूद रहे। सभी ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं।
विधायक लता उसेंडी ने कहा कि यह योजना गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। इससे माता-पिता को अपनी बेटियों की शादी के लिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के प्रयासों से यह योजना कई परिवारों के लिए आर्थिक संबल बनी है।
पूर्व विधायक सेवकराम नेताम ने भी इस योजना की सराहना करते हुए कहा कि इससे जरूरतमंद परिवारों को शादी के भारी खर्चों से राहत मिलती है। उन्होंने सभी नवदंपतियों को सुखद वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं दीं। सभी नवविवाहित जोड़ों को राज्य सरकार की ओर से 35 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई। साथ ही, विवाह प्रमाण पत्र भी दिए गए, जिससे भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। इस आयोजन को गायत्री समाज के प्रतिनिधियों द्वारा विधिपूर्वक वैदिक रीति-रिवाजों से संपन्न कराया गया।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनमें मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना प्रमुख है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहायता प्रदान करती है, ताकि माता-पिता को अपनी बेटियों की शादी की चिंता न सताए। इस योजना के तहत सरकार विवाह के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराती है, जिससे बेटियों का विवाह सामाजिक रीति-रिवाजों के अनुसार सम्मानपूर्वक संपन्न हो सके। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से गरीब परिवारों की बेटियों को नया जीवन शुरू करने में आर्थिक संबल मिल रहा है, जिससे माता-पिता की चिंताओं का भार कम हो रहा है।