अवध ओझा, एक प्रसिद्ध यूपीएससी कोच और प्रेरक वक्ता, ने हाल ही में आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल.
Avadh Ojha a renowned UPSC coach and motivational speaker

अवध ओझा: एक प्रेरणादायक यात्रा से राजनीति में कदम
अवध ओझा, एक प्रसिद्ध यूपीएससी कोच और प्रेरक वक्ता, ने हाल ही में आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल होकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का संकल्प लिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की उपस्थिति में, ओझा ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की। इस लेख में, हम उनके जीवन, शिक्षा, करियर और आने वाले समय में उनकी राजनीतिक योजनाओं पर चर्चा करेंगे।
शिक्षा और करियर की यात्रा
अवध ओझा का जन्म 3 जुलाई 1984 को उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुआ। उनका बचपन आर्थिक कठिनाइयों से भरा था, जिसके कारण उनके पिता को उनकी पढ़ाई के लिए ज़मीन बेचना पड़ा। ओझा ने दिल्ली में अपनी शिक्षा जारी रखी और यूपीएससी की परीक्षा में भाग लिया, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। इस असफलता के बाद, उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने का निर्णय लिया और 2005 में शिक्षण शुरू किया। उन्होंने चाणक्य आईएएस अकादमी और वजीरम और रवि जैसे कई शीर्ष कोचिंग संस्थानों में काम किया और अब पुणे में IQRA Academy का संचालन कर रहे हैं।
यूपीएससी कोच के रूप में पहचान
अवध ओझा को उनके विशेष रूप से इतिहास विषय में विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है। उनकी शिक्षण शैली और विषय की गहरी समझ ने उन्हें छात्रों के बीच बहुत सम्मान दिलाया है। ओझा ने हजारों यूपीएससी उम्मीदवारों को सफलता दिलाने में मदद की है और उन्हें "ओझा सर" के नाम से जाना जाता है। उनकी यात्रा केवल एक शिक्षक की नहीं है, बल्कि एक प्रेरक कहानी है जो यह दर्शाती है कि असफलता भी सफलता की ओर ले जा सकती है।
वित्तीय स्थिति
अवध ओझा की संपत्ति का अनुमान लगभग 11 करोड़ रुपये है। उनकी आय का मुख्य स्रोत उनकी कोचिंग संस्थान और ऑनलाइन पाठ्यक्रम हैं। उनके यूपीएससी जीएस फाउंडेशन कोर्स की फीस ऑनलाइन मोड में 80,000 रुपये और ऑफलाइन मोड में 1.2 लाख रुपये है। इसके अलावा, उन्होंने 2020 में "रे अवध ओझा" नामक एक यूट्यूब चैनल शुरू किया, जिसमें 909,000 से अधिक सब्सक्राइबर हैं। इस चैनल पर वे शैक्षणिक सामग्री और प्रेरणादायक बातें साझा करते हैं।
राजनीति में कदम
2 दिसंबर 2024 को आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद, अवध ओझा ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, "शिक्षा हर परिवार, समाज और राष्ट्र की आत्मा है।" ओझा के अनुसार, उनका मुख्य लक्ष्य दिल्ली में शिक्षा को बेहतर बनाना है। उनके शामिल होने पर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने उनकी सराहना की और कहा कि उनका अनुभव पार्टी की शिक्षा पहलों को और मजबूत करेगा।
भविष्य की योजनाएँ
अवध ओझा का राजनीतिक जीवन उनके शिक्षा सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वे शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। उनकी यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि वे छात्रों के लिए एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए तत्पर हैं।
अवध ओझा की कहानी संघर्ष, समर्पण और शिक्षा के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उनका राजनीति में कदम न केवल उनकी व्यक्तिगत यात्रा का विस्तार है, बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय भी है। उनकी प्रेरणा और दृष्टि से आशा की जाती है कि वे भारतीय शिक्षा प्रणाली में सार्थक परिवर्तन लाने में सफल होंगे।
इस प्रकार, अवध ओझा एक ऐसा नाम है जो न केवल छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि भारतीय राजनीति में भी शिक्षा के सुधार का महत्वपूर्ण हिस्सा बनने की दिशा में अग्रसर है।