भूले बिसरे गीतों ने देर-रात तक बांधा समा, गीतों को सुनकर झूमे श्रोता

Forgotten songs kept everyone entertained till late night

भूले बिसरे गीतों ने देर-रात तक बांधा समा, गीतों को सुनकर झूमे श्रोता
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धमतरी, 21 दिसंबर। भारतीय जैन संघटना महिला शाखा धमतरी व अंतरा कला परिषद धमतरी द्वारा 19 दिसंबर की रात विमल परिसर में भूले बिसरे गीतों का रंगारंग कार्यक्रम किया। कार्यक्रम में 60 दिव्यांगों को नगद सहायता राशि दी। भूले बिसरे गीतों की सुरमयी शाम के कार्यक्रम में स्व. राज कपूर की 100वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। उनके गीतों की प्रस्तुति हुई। देर रात तक लोगों ने पुरानी फिल्मी गीतों का आनंद उठाया। आर्केस्ट्रा की टीम में मुंबई और नागपुर के म्युजिशियन और गायक कलाकार शामिल थे, जिन्होंने अपनी प्रस्तुति से कलाप्रेमियों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम में कलाकारों ने एक के बाद एक कई सुमधुर पुराने गीत प्रस्तुत किए। इनमें आने वाला पल जाने वाला है.., एक अजनबी हसीना से.., ये मेरा दीवानापन है.., मेरा प्यार भी तू है बहार भी तू है.., मधुबन में राधिका नाचे रे.., वादा करले साजना..., दिल चीज क्या है आप मेरी..., गाता रहे मेरा दिल जैसे गीतों ने दर्शक दीर्घा से खूब वाहवाही बटोरी। अंतरा कला परिषद की संरक्षक डॉ. श्रीदेवी चौबे व भारतीय जैन संघटना महिला शाखा की सूर्या लुंकड़ की टीम के संयुक्त प्रयास से यह आयोजन हुआ। जिले के 60 दिव्यांगों को 2500-2500 रुपए राशि सहायता दी। इस राशि का वितरण भारतीय जैन संघटना की महिला शाखा की ओर से किया गया। महिला शाखा 4 साल से सहभागिता प्रदान कर रही है। सभी दिव्यांगों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में जैन संगठना के पदाधिकारी सूर्या लुंकड़, मनोज लुंकड़, विकास गोलछा, जोन अध्यक्ष वंदना चौरडिय़ा, राशि राखेचा, शिल्पा पारख, कुशल चोपड़ा, आकाश कटारिया, मोहनी गोलछा, सरला पारख, चंचल लुंकड़, संगीता गोलछा समेत शहर के गणमान्य नागरिक, चिकित्सक, समाजसेवी, राजनीतिक दल से जुड़े लोग व कला प्रेमी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।