इजरायल को मिल रहे समर्थन पर भड़के ईरान और मलेशिया, पश्चिमी देशों की नीतियों पर उठाए सवाल

तेहरान, 20 अगस्त । ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान और मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने गाजा में हो रहे हमलों को लेकर पश्चिमी देशों की आलोचना की है। उनका कहना है कि कुछ पश्चिमी देशों ने गाजा के लोगों के खिलाफ इजरायल को अपने मीडिया और हथियार दोनों का समर्थन दिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के राष्ट्रपति कार्यालय की वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में कहा गया कि सोमवार को दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत हुई। इस दौरान दोनों पक्षों ने विकास के साथ-साथ गाजा में युद्ध विराम पर चल रही बातचीत पर चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने गाजा के लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कुछ पश्चिमी देशों की नीतियों की आलोचना की। ईरानी राष्ट्रपति और मलेशियाई प्रधानमंत्री ने संयुक्त बयान में कहा कि पश्चिमी देशों का मीडिया और इजरायल के लिए हथियारों का समर्थन गाजा में युद्ध विराम हासिल करने के प्रयासों के उनके दावों के विपरीत है। इससे गाजा के उत्पीड़ित और असहाय लोगों के खिलाफ इजरायल का अपराध जारी रहेगा। उन्होंने गाजा में इजरायल का मुकाबला करने के लिए मुस्लिम देशों के बीच और अधिक एकता और कार्रवाई की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, इस्लामिक सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्षों का शिखर सम्मेलन आयोजित करना इन उद्देश्यों के अनुरूप एक प्रभावी कार्रवाई होगी। गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को एक बयान में कहा, गाजा पट्टी में जारी इजरायली सेना की कार्रवाई में 40,139 फिलिस्तीनी नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं। ज्ञात हो कि, इजरायल ने 7 अक्टूबर, 2023 को हुए हमले के जवाब में गाजा में सैन्य अभियान को शुरू किया था। इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में पूरी तरह से घेराबंदी कर दी है। इसके कारण फिलिस्तीनी क्षेत्र में भोजन, दवा, बिजली और पानी की सप्लाई काफी हद तक प्रभावित हुई है। -(आईएएनएस)

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तेहरान, 20 अगस्त । ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान और मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने गाजा में हो रहे हमलों को लेकर पश्चिमी देशों की आलोचना की है। उनका कहना है कि कुछ पश्चिमी देशों ने गाजा के लोगों के खिलाफ इजरायल को अपने मीडिया और हथियार दोनों का समर्थन दिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के राष्ट्रपति कार्यालय की वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में कहा गया कि सोमवार को दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत हुई। इस दौरान दोनों पक्षों ने विकास के साथ-साथ गाजा में युद्ध विराम पर चल रही बातचीत पर चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने गाजा के लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कुछ पश्चिमी देशों की नीतियों की आलोचना की। ईरानी राष्ट्रपति और मलेशियाई प्रधानमंत्री ने संयुक्त बयान में कहा कि पश्चिमी देशों का मीडिया और इजरायल के लिए हथियारों का समर्थन गाजा में युद्ध विराम हासिल करने के प्रयासों के उनके दावों के विपरीत है। इससे गाजा के उत्पीड़ित और असहाय लोगों के खिलाफ इजरायल का अपराध जारी रहेगा। उन्होंने गाजा में इजरायल का मुकाबला करने के लिए मुस्लिम देशों के बीच और अधिक एकता और कार्रवाई की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, इस्लामिक सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्षों का शिखर सम्मेलन आयोजित करना इन उद्देश्यों के अनुरूप एक प्रभावी कार्रवाई होगी। गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को एक बयान में कहा, गाजा पट्टी में जारी इजरायली सेना की कार्रवाई में 40,139 फिलिस्तीनी नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं। ज्ञात हो कि, इजरायल ने 7 अक्टूबर, 2023 को हुए हमले के जवाब में गाजा में सैन्य अभियान को शुरू किया था। इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में पूरी तरह से घेराबंदी कर दी है। इसके कारण फिलिस्तीनी क्षेत्र में भोजन, दवा, बिजली और पानी की सप्लाई काफी हद तक प्रभावित हुई है। -(आईएएनएस)