इंद्रावती खतरे के निशान से ऊपर, दर्जनों गांव बने टापू

छत्तीसगढ़ संवाददाता भोपालपटनम, 10 सितंबर। बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी उफान पर है। छत्तीसगढ़ के सरहदी इलाका भोपालपटनम ब्लॉक के कई गांव बाढ़ की जद में आ गए हंै। 24 घंटे लगातार भारी बारिश के बाद आसमान से पानी गिरना जरूर बंद हुआ है, लेकिन इंद्रावती का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को भी बाढ़ के हालत बने हुए हैं। कई गांवों को चारों तरफ बाढ़ के पानी ने घेर लिया है। मट्टीमरका गांव को चारों दिशा से पानी ने घेर लिया है। पूरा गांव बाढ़ के भयावह मंजर को देख रहा है, लेकिन डुबाने जैसी स्थिति फिलहाल निर्मित नहीं हुई है। बताया जा रहा है अभी भी डेंजर लेवल के ऊपर ही इंद्रावती बह रही है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे सभी गांवों को अलर्ट जारी कर दिया है। बढ़ते जल स्तर को देखकर कलेक्टर संबित मिश्रा ने एहतियात बरतने की अपील की है। नियंत्रण कक्ष के मोबाईल नंबर भी जारी किए हैं। अप्रिय स्थिति में संपर्क करने को कहा गया है। बढ़ते जल स्तर को देखकर ग्रामीण चिंतित भी हैं। अगर बाढ़ का पानी घरों तक पहुँचता है तो बहुत बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा। चारों तरफ से घिरा मट्टीमरका गांव सोमवार देर शाम बाद मट्टीमरका गांव के चारों ओर बाढ़ का पानी है। भोपालपटनम से मट्टीमरका जोडऩे वाली सडक़ पर 5 फ़ीट तक पानी चढ़ गया है और नदी घाट से बाढ़ का पानी घेरता हुआ गांव को टापू बना दिया है। तेलंगाना-महाराष्ट्र का रास्ता बंद सीमा इलाके का तेलंगाना और महाराष्ट्र का रास्ता पिछले 48 घंटे से बंद पड़ा हुआ है। बाढ़ का पानी नेशनल हाइवे के कई फ़ीट ऊपर से बह रहा है। यात्री बसें और मालगाडिय़ों की लम्बी कतारे दोनों ओर लगी हुई है। शाम तक और पानी बढ़ा तो तिमेड़, वोडागुड़ा, भटपल्ली, चन्दनगिरी, लिंगापुर, गंगारम, रामपुरम, बामनपुर, अर्जुनल्ली, अटुकपल्ली, कोंडामौसम, चन्दूर, तारलागुड़ा समेत दर्जनों गाँव बाढ़ की जद में आ सकते हंै।

इंद्रावती खतरे के निशान से ऊपर, दर्जनों गांव बने टापू
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
छत्तीसगढ़ संवाददाता भोपालपटनम, 10 सितंबर। बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी उफान पर है। छत्तीसगढ़ के सरहदी इलाका भोपालपटनम ब्लॉक के कई गांव बाढ़ की जद में आ गए हंै। 24 घंटे लगातार भारी बारिश के बाद आसमान से पानी गिरना जरूर बंद हुआ है, लेकिन इंद्रावती का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को भी बाढ़ के हालत बने हुए हैं। कई गांवों को चारों तरफ बाढ़ के पानी ने घेर लिया है। मट्टीमरका गांव को चारों दिशा से पानी ने घेर लिया है। पूरा गांव बाढ़ के भयावह मंजर को देख रहा है, लेकिन डुबाने जैसी स्थिति फिलहाल निर्मित नहीं हुई है। बताया जा रहा है अभी भी डेंजर लेवल के ऊपर ही इंद्रावती बह रही है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे सभी गांवों को अलर्ट जारी कर दिया है। बढ़ते जल स्तर को देखकर कलेक्टर संबित मिश्रा ने एहतियात बरतने की अपील की है। नियंत्रण कक्ष के मोबाईल नंबर भी जारी किए हैं। अप्रिय स्थिति में संपर्क करने को कहा गया है। बढ़ते जल स्तर को देखकर ग्रामीण चिंतित भी हैं। अगर बाढ़ का पानी घरों तक पहुँचता है तो बहुत बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा। चारों तरफ से घिरा मट्टीमरका गांव सोमवार देर शाम बाद मट्टीमरका गांव के चारों ओर बाढ़ का पानी है। भोपालपटनम से मट्टीमरका जोडऩे वाली सडक़ पर 5 फ़ीट तक पानी चढ़ गया है और नदी घाट से बाढ़ का पानी घेरता हुआ गांव को टापू बना दिया है। तेलंगाना-महाराष्ट्र का रास्ता बंद सीमा इलाके का तेलंगाना और महाराष्ट्र का रास्ता पिछले 48 घंटे से बंद पड़ा हुआ है। बाढ़ का पानी नेशनल हाइवे के कई फ़ीट ऊपर से बह रहा है। यात्री बसें और मालगाडिय़ों की लम्बी कतारे दोनों ओर लगी हुई है। शाम तक और पानी बढ़ा तो तिमेड़, वोडागुड़ा, भटपल्ली, चन्दनगिरी, लिंगापुर, गंगारम, रामपुरम, बामनपुर, अर्जुनल्ली, अटुकपल्ली, कोंडामौसम, चन्दूर, तारलागुड़ा समेत दर्जनों गाँव बाढ़ की जद में आ सकते हंै।