गाजे-बाजे के साथ नम आंखों से माँ दुर्गा को दी विदाई
गाजे-बाजे के साथ नम आंखों से माँ दुर्गा को दी विदाई
आतिशबाजी के साथ रावण दहन
छत्तीसगढ़ संवाददाता
जशपुरनगर, 14 अक्टूबर। मनोरा मुख्यालय में दशहरा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। रावण का पुतला दहन में हजारों श्रद्धालु उमड़े। नौ दिनों तक देवी आराधना के बाद शनिवार की शाम 5 बजे प्रतिमाओं की विसर्जन यात्रा शुरू हुई। नव दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद भगत, समिति के समस्त सदस्यों, युवाओं द्वारा ढोल नगाड़ों डीजे साउंड में नाचते गाते और जयकारे लगाते हुए रावण दहन स्थल पर पहुंचे।
रावण दहन के बाद विसर्जन में मां को विदाई देते समय लोग भावुक नजर आए। देवी के जयकारे के बीच प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया।
शारदीय नवरात्र पर नौ दिन तक मां दुर्गा की मूर्ति को दुर्गा पंडाल में रखकर सुबह-शाम पंडितों के द्वारा पूजा-पाठ और आरती की गई। विसर्जन के दिन शनिवार को ट्रैक्टर-ट्रॉली पर माता रानी की प्रतिमा को विराजित कर श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए मनोरा हायर सेकेण्डरी स्कूल के खेल मैदान पहुंचे। जहाँ रावण दहन के बाद गाजे-बाजे के साथ माता की विसर्जन यात्रा निकाली, जिसे देखने ग्राम के विभिन्न चौक-चौराहों पर भक्तों की भीड़ उमड़ी।
पूजा समिति के लोग विसर्जन के दौरान भावुक हो उठे और अगले साल फिर से आने के आग्रह के साथ नम आंखों से मां को विदा किया।
भक्तगण मां की पूजा और आरती के बाद प्रतिमा को विसर्जित किये। विसर्जन से पहले पूजा पंडाल व समितियों की ओर से विसर्जन यात्रा निकालकर मनोरा मुख्यालय का भ्रमण कराया गया। इस दौरान पूरा इलाका माता दुर्गा की भक्ति भाव में डूबा रहा और मां दुर्गा के जयकारे लगते रहे। विसर्जन स्थल पर भी आरती और हवन के बाद प्रसाद वितरण किया गया। विसर्जन यात्रा में पुलिस की ओर से भी कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया था।
हायर सेकेण्डरी स्कूल मनोरा के खेल मैदान में शनिवार को अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व विजयादशमी शाम को मनाया गया। दशहरा महोत्सव समिति व ग्रामीणों के सौजन्य से दशहरे पर शाम को साढ़े 5 बजे से आसमान में भव्य आतिशबाजी की गई, 6 बजे जय श्री राम के उद्घोष के साथ रावण पुतला दहन समिति के सदस्यों एवं पंडित की उपस्थिति में किया गया।
आतिशबाजी के साथ रावण दहन
छत्तीसगढ़ संवाददाता
जशपुरनगर, 14 अक्टूबर। मनोरा मुख्यालय में दशहरा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। रावण का पुतला दहन में हजारों श्रद्धालु उमड़े। नौ दिनों तक देवी आराधना के बाद शनिवार की शाम 5 बजे प्रतिमाओं की विसर्जन यात्रा शुरू हुई। नव दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद भगत, समिति के समस्त सदस्यों, युवाओं द्वारा ढोल नगाड़ों डीजे साउंड में नाचते गाते और जयकारे लगाते हुए रावण दहन स्थल पर पहुंचे।
रावण दहन के बाद विसर्जन में मां को विदाई देते समय लोग भावुक नजर आए। देवी के जयकारे के बीच प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया।
शारदीय नवरात्र पर नौ दिन तक मां दुर्गा की मूर्ति को दुर्गा पंडाल में रखकर सुबह-शाम पंडितों के द्वारा पूजा-पाठ और आरती की गई। विसर्जन के दिन शनिवार को ट्रैक्टर-ट्रॉली पर माता रानी की प्रतिमा को विराजित कर श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए मनोरा हायर सेकेण्डरी स्कूल के खेल मैदान पहुंचे। जहाँ रावण दहन के बाद गाजे-बाजे के साथ माता की विसर्जन यात्रा निकाली, जिसे देखने ग्राम के विभिन्न चौक-चौराहों पर भक्तों की भीड़ उमड़ी।
पूजा समिति के लोग विसर्जन के दौरान भावुक हो उठे और अगले साल फिर से आने के आग्रह के साथ नम आंखों से मां को विदा किया।
भक्तगण मां की पूजा और आरती के बाद प्रतिमा को विसर्जित किये। विसर्जन से पहले पूजा पंडाल व समितियों की ओर से विसर्जन यात्रा निकालकर मनोरा मुख्यालय का भ्रमण कराया गया। इस दौरान पूरा इलाका माता दुर्गा की भक्ति भाव में डूबा रहा और मां दुर्गा के जयकारे लगते रहे। विसर्जन स्थल पर भी आरती और हवन के बाद प्रसाद वितरण किया गया। विसर्जन यात्रा में पुलिस की ओर से भी कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया था।
हायर सेकेण्डरी स्कूल मनोरा के खेल मैदान में शनिवार को अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व विजयादशमी शाम को मनाया गया। दशहरा महोत्सव समिति व ग्रामीणों के सौजन्य से दशहरे पर शाम को साढ़े 5 बजे से आसमान में भव्य आतिशबाजी की गई, 6 बजे जय श्री राम के उद्घोष के साथ रावण पुतला दहन समिति के सदस्यों एवं पंडित की उपस्थिति में किया गया।