दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर संभाग में शाम रात तक गरज चमक के साथ बारिश

छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 17 मार्च।आज बस्तर संभाग के जिलों में बादल छाये रहने की सम्भावना है । जहां गरज चमक के साथ हल्की वर्षा होने, अंधड़ चलने और वज्रपात होने की सम्भावना है । इसी तरह से रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के जिलों भी संध्या/रात्रि में गरज चमक के साथ हल्की वर्षा होने, एक- दो जिलों में अंधड़ चलने, वज्रपात होने और ओला वृष्टि होने की सम्भावना है । इससे पहले बीती शाम और रात रायगढ़ में झमाझम बारिश हुई।करीब आधे घंटे से अधिक तेज अंधड़ और बारिश के साथ ओले भी गिरे। इससे पहले कवर्धा में तेज हवा के साथ बारिश हुई। और बिलासपुर में गरज चमक हुई। रायपुर में भी ठंडी हवाएं चली। कल रात रायगढ़ में 21, कवर्धा में 14, कोरबा में 7.6, बलौदाबाजार में 6 और दंतेवाड़ा में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विग्यानी एचपी चंद्रा के अनुसार एक द्रोणिका उप हिमालयीन पश्चिम बंगाल से तटीय आंध्र प्रदेश तक गंगेटिक पश्चिम बंगाल और उड़ीसा होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।दूसरी द्रोणिका मराठवाड़ा से कोमरान क्षेत्र तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट संभावित है। वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: मध्य छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है।

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छत्तीसगढ़ संवाददाता रायपुर, 17 मार्च।आज बस्तर संभाग के जिलों में बादल छाये रहने की सम्भावना है । जहां गरज चमक के साथ हल्की वर्षा होने, अंधड़ चलने और वज्रपात होने की सम्भावना है । इसी तरह से रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के जिलों भी संध्या/रात्रि में गरज चमक के साथ हल्की वर्षा होने, एक- दो जिलों में अंधड़ चलने, वज्रपात होने और ओला वृष्टि होने की सम्भावना है । इससे पहले बीती शाम और रात रायगढ़ में झमाझम बारिश हुई।करीब आधे घंटे से अधिक तेज अंधड़ और बारिश के साथ ओले भी गिरे। इससे पहले कवर्धा में तेज हवा के साथ बारिश हुई। और बिलासपुर में गरज चमक हुई। रायपुर में भी ठंडी हवाएं चली। कल रात रायगढ़ में 21, कवर्धा में 14, कोरबा में 7.6, बलौदाबाजार में 6 और दंतेवाड़ा में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विग्यानी एचपी चंद्रा के अनुसार एक द्रोणिका उप हिमालयीन पश्चिम बंगाल से तटीय आंध्र प्रदेश तक गंगेटिक पश्चिम बंगाल और उड़ीसा होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।दूसरी द्रोणिका मराठवाड़ा से कोमरान क्षेत्र तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट संभावित है। वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: मध्य छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है।