पौधारोपण कर संरक्षित करना हम सबकी जिम्मेदारी -डॉ. अनुसुइया

महासमुंद, 29 जुलाई। महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ. अनुसुइया अग्रवाल डीलिट के मार्गदर्शन में कल 28 जुलाई को वनस्पति शास्त्र विभाग, भूगोल विभाग व राष्ट्रीय स्वयं सेवक के संयुक्त तत्वावधान में वृहद पौधारोपण किया गया। प्राचार्य ने इस अवसर पर प्रकृति के संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पौधारोपण करके उसे संरक्षित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। पौधों की नियमित देखभाल करना आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक घर के आंगन हरे-भरे हों। इस हेतु घर के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रारंभ पौधा रोपण से करने की परंपरा विकसित करें। डॉ.मालती तिवारी जिला संगठक एनएसएस ने पौधारोपण को जीवन का अभिन्न हिस्सा मानते हुए इसे प्रमुखता देने को कहा। उन्होंने आगे कहा कि विश्व को सुरक्षित एवं स्वस्थ रखने हेतु पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होना जरूरी है। वनस्पतिशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. ई.पी. चेलक ने वृक्षों के गुणों की चर्चा करते हुए कहा कि पौधारोपण कर प्रकृति को स्वच्छ रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना चाहिए। भूगोल के विभागाध्यक्ष दिलीप कुमार बढ़ाई ने भारत के पर्यावरण के साथ विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के थीम व ग्लोबल वार्मिंग जैसे समस्याओं का निदान वृक्षारोपण को बताया। इस अवसर पर अजय कुमार राजा, संकायाध्यक्ष वाणिज्य राजेश्वरी सोनी, प्रभारी एनएसएस डॉ. सीमा रानी प्रधान सहा.प्रा. हिन्दी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

पौधारोपण कर संरक्षित करना हम सबकी जिम्मेदारी -डॉ. अनुसुइया
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
महासमुंद, 29 जुलाई। महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ. अनुसुइया अग्रवाल डीलिट के मार्गदर्शन में कल 28 जुलाई को वनस्पति शास्त्र विभाग, भूगोल विभाग व राष्ट्रीय स्वयं सेवक के संयुक्त तत्वावधान में वृहद पौधारोपण किया गया। प्राचार्य ने इस अवसर पर प्रकृति के संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पौधारोपण करके उसे संरक्षित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। पौधों की नियमित देखभाल करना आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक घर के आंगन हरे-भरे हों। इस हेतु घर के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रारंभ पौधा रोपण से करने की परंपरा विकसित करें। डॉ.मालती तिवारी जिला संगठक एनएसएस ने पौधारोपण को जीवन का अभिन्न हिस्सा मानते हुए इसे प्रमुखता देने को कहा। उन्होंने आगे कहा कि विश्व को सुरक्षित एवं स्वस्थ रखने हेतु पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होना जरूरी है। वनस्पतिशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ. ई.पी. चेलक ने वृक्षों के गुणों की चर्चा करते हुए कहा कि पौधारोपण कर प्रकृति को स्वच्छ रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आना चाहिए। भूगोल के विभागाध्यक्ष दिलीप कुमार बढ़ाई ने भारत के पर्यावरण के साथ विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के थीम व ग्लोबल वार्मिंग जैसे समस्याओं का निदान वृक्षारोपण को बताया। इस अवसर पर अजय कुमार राजा, संकायाध्यक्ष वाणिज्य राजेश्वरी सोनी, प्रभारी एनएसएस डॉ. सीमा रानी प्रधान सहा.प्रा. हिन्दी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।