प्रदेश में कानून व्यवस्था फेल, बढ़ रहे हैं अपराध, रेप की घटनाएं बढ़ी-लखमा

छत्तीसगढ़ संवाददाता सुकमा, 2 सितंबर। आज कोंटा विधायक कवासी लखमा ने प्रेस वार्ता में कहा कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार के राज में कानून व्यवस्था फेल हुई। प्रदेश की महिलाएं बहू-बेटियांअब सुरक्षित नहीं हैं। नौ महीने के भाजपा राज में छत्तीसगढ़ प्रदेश की महिलाएं असुरक्षित हुईं। अपराध बढ़ रहे हैं और आए दिन बलात्कार की घटनाएं हो रही है। पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक कवासी लखमा ने प्रेस वार्ता में सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। कवासी लखमा ने कहा कि प्रदेश की राजधानी रायपुर में भी महिलाएं असुरक्षित हैं। रायपुर के नए बस स्टैंड में महिला के साथ सामूहिक बलात्कार हुई, जिसकी रिपोर्ट दूसरे दिन लिखी गई। छत्तीसगढ़ में पुलिस अब अपराधियों को बचाने में लगी हुई है, यह बेहद दुर्भाग्यजनक है कि सरकार मामलों को गंभीरता नहीं ले से नहीं ले रही है और जो कार्यवाही करनी चाहिए उसे वह छुपाने की कोशिश कर रही है। बस्तर, जशपुर, अंबिकापुर, रायपुर अन्य गांव शहर की महिलाएं अकेले घर से बाहर निकलने भयभीत हो रही हैं। बलात्कार जैसे मामलों में सरकार को गंभीरता पूर्वक कार्रवाई करने की जगह अपराधियों को बचाने के लिए बलात्कार जैसे मामलों को दबाने का कार्य कर रही है। भिलाई में हुई डीपीएस की घटना जिसमें 4 साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार की घटना को एफआईआर के बिना ही पुलिस अधीक्षक ने नकार दिया, जबकि पॉक्सो एक्ट में प्रावधान है कि कोई भी घटना होने पर पहले एफआईआर होनी चाहिए, उसके बाद जांच होनी चाहिए। भिलाई की घटना में दो-दो डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मासूम के साथ कुछ गलत हुआ है उसके निजी अंगों में चोट है तो फिर पुलिस अधीक्षक ने मामले को क्यों नकारा, यह समझ से परे है। मामले में पुलिस ने प्राथमिकी कब लिखी, मेडिकल बोर्ड का गठन कब हुआ,स्वास्थ्य परीक्षण कब कराया गया , सरकार ने क्या कार्यवाही की, यह गुत्थी अब तक सुलझा नहीं पाई है। कवासी लखमा ने कहा -ऐसी बलात्कार की घटनाएं कुछ महीने में निरंतर हुई है। रायगढ़ में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने रेप किया, पुलिस रिपोर्ट लिखने में बहानेबाजी करती रही। जशपुर की नाबालिक बच्ची के साथ सामूहिक रेप हुआ। कोंडागांव की एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ, 20 दिन तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। पूरे देश में जहां भी भाजपा की सरकार है, बलात्कार की घटना होती है तो वहां भाजपा के कार्यकर्ता खामोश रहते हैं। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि प. बंगाल घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपा के लोग आज छत्तीसगढ़ में 4 वर्ष की मासूम बच्ची के साथ दुराचार पर चुप्पी साधे हुए हैं। प्रेस वार्ता में कवासी लखमा ने कहा कि आने वाले समय में पूरे प्रदेश की बहू बहन बेटियों की रक्षा की लड़ाई कांग्रेस पार्टी लड़ेगी। पूरे प्रदेश में आंदोलन कर सरकार को महिलाओं को सुरक्षा के लिए मजबूर करेगी।

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छत्तीसगढ़ संवाददाता सुकमा, 2 सितंबर। आज कोंटा विधायक कवासी लखमा ने प्रेस वार्ता में कहा कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार के राज में कानून व्यवस्था फेल हुई। प्रदेश की महिलाएं बहू-बेटियांअब सुरक्षित नहीं हैं। नौ महीने के भाजपा राज में छत्तीसगढ़ प्रदेश की महिलाएं असुरक्षित हुईं। अपराध बढ़ रहे हैं और आए दिन बलात्कार की घटनाएं हो रही है। पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक कवासी लखमा ने प्रेस वार्ता में सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। कवासी लखमा ने कहा कि प्रदेश की राजधानी रायपुर में भी महिलाएं असुरक्षित हैं। रायपुर के नए बस स्टैंड में महिला के साथ सामूहिक बलात्कार हुई, जिसकी रिपोर्ट दूसरे दिन लिखी गई। छत्तीसगढ़ में पुलिस अब अपराधियों को बचाने में लगी हुई है, यह बेहद दुर्भाग्यजनक है कि सरकार मामलों को गंभीरता नहीं ले से नहीं ले रही है और जो कार्यवाही करनी चाहिए उसे वह छुपाने की कोशिश कर रही है। बस्तर, जशपुर, अंबिकापुर, रायपुर अन्य गांव शहर की महिलाएं अकेले घर से बाहर निकलने भयभीत हो रही हैं। बलात्कार जैसे मामलों में सरकार को गंभीरता पूर्वक कार्रवाई करने की जगह अपराधियों को बचाने के लिए बलात्कार जैसे मामलों को दबाने का कार्य कर रही है। भिलाई में हुई डीपीएस की घटना जिसमें 4 साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार की घटना को एफआईआर के बिना ही पुलिस अधीक्षक ने नकार दिया, जबकि पॉक्सो एक्ट में प्रावधान है कि कोई भी घटना होने पर पहले एफआईआर होनी चाहिए, उसके बाद जांच होनी चाहिए। भिलाई की घटना में दो-दो डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मासूम के साथ कुछ गलत हुआ है उसके निजी अंगों में चोट है तो फिर पुलिस अधीक्षक ने मामले को क्यों नकारा, यह समझ से परे है। मामले में पुलिस ने प्राथमिकी कब लिखी, मेडिकल बोर्ड का गठन कब हुआ,स्वास्थ्य परीक्षण कब कराया गया , सरकार ने क्या कार्यवाही की, यह गुत्थी अब तक सुलझा नहीं पाई है। कवासी लखमा ने कहा -ऐसी बलात्कार की घटनाएं कुछ महीने में निरंतर हुई है। रायगढ़ में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने रेप किया, पुलिस रिपोर्ट लिखने में बहानेबाजी करती रही। जशपुर की नाबालिक बच्ची के साथ सामूहिक रेप हुआ। कोंडागांव की एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ, 20 दिन तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। पूरे देश में जहां भी भाजपा की सरकार है, बलात्कार की घटना होती है तो वहां भाजपा के कार्यकर्ता खामोश रहते हैं। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि प. बंगाल घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपा के लोग आज छत्तीसगढ़ में 4 वर्ष की मासूम बच्ची के साथ दुराचार पर चुप्पी साधे हुए हैं। प्रेस वार्ता में कवासी लखमा ने कहा कि आने वाले समय में पूरे प्रदेश की बहू बहन बेटियों की रक्षा की लड़ाई कांग्रेस पार्टी लड़ेगी। पूरे प्रदेश में आंदोलन कर सरकार को महिलाओं को सुरक्षा के लिए मजबूर करेगी।