पुलिस हिंसा में हुई महसा अमीनी की मौत: यूएन फैक्ट फ़ाइंडिंग मिशन

महसा अमीनीसंयुक्त राष्ट्र के एक फैक्ट फ़ाइंडिंग मिशन ने पाया है कि ईरान में महिलाओं के साथ अभी भी बड़े पैमाने पर भेदभाव हो रहा है. वहीं मिशन ने अपनी जांच में पाया है कि दो साल पहले हुई महसा अमीनी की मौत ग़ैरक़ानूनी थी और उनकी मौत पुलिस हिंसा में हुई थी. जिनेवा में ह्यूमन राइट्स काउंसिल की बैठक में मिशन की प्रमुख सारा हुसैन ने कहा है कि देश में एआई और तकनीक की मदद से महिलाओं पर नज़र रखी जा रही है. वो हिजाब के नियमों का पालन कर रही हैं या नहीं, इसके लिए सरकार हर मशीनरी का प्रयोग कर रही है. उन्होंने बताया कि ईरान में पिछले साल कम से कम 834 लोगों को मौत की सज़ा दी गई है.

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महसा अमीनीसंयुक्त राष्ट्र के एक फैक्ट फ़ाइंडिंग मिशन ने पाया है कि ईरान में महिलाओं के साथ अभी भी बड़े पैमाने पर भेदभाव हो रहा है. वहीं मिशन ने अपनी जांच में पाया है कि दो साल पहले हुई महसा अमीनी की मौत ग़ैरक़ानूनी थी और उनकी मौत पुलिस हिंसा में हुई थी. जिनेवा में ह्यूमन राइट्स काउंसिल की बैठक में मिशन की प्रमुख सारा हुसैन ने कहा है कि देश में एआई और तकनीक की मदद से महिलाओं पर नज़र रखी जा रही है. वो हिजाब के नियमों का पालन कर रही हैं या नहीं, इसके लिए सरकार हर मशीनरी का प्रयोग कर रही है. उन्होंने बताया कि ईरान में पिछले साल कम से कम 834 लोगों को मौत की सज़ा दी गई है.