बीज पंडुम मनाने आधुनिक तरीके से चंदा

छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 26 अप्रैल। दंतेवाड़ा में ग्रामीण आम तोडऩे से पूर्व त्यौहार मनाते हैं। इसी कड़ी में जिले के विभिन्न गांव में बीज का त्यौहार मनाया जा रहा है। इसे स्थानीय भाषा में बीजा पंडुम कहा जाता है। उल्लेखनीय है कि इस त्यौहार मनाने के पूर्व ग्रामीणों द्वारा सडक़ पर नाके लगाकर वाहन चालकों से चंदा लिया जाता है। इसके उपरांत चंदे की राशि को ग्रामीणों द्वारा बंटवारा किया जाता है। इस एकत्रित धनराशि को त्यौहार के खर्चों में लगाया जाता है। इसी तारतम्य में कुआकोंडा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत श्यामगिरी में बीज का त्यौहार मनाया जा रहा है। इसी क्रम ग्रामीण महिलाओं ने श्याम गिरी - बचेली मार्ग पर नाका लगाया। इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों से नगद भुगतान लिया जाता है। गौरतलब है कि ग्रामीणों द्वारा चिल्लर पैसों के अभाव में आधुनिक तरीकों से चंदा लिया जा रहा है। फोन पे और क्यूआर कोड के माध्यम से भी भुगतान करने की सुविधा प्रदान की गई है। इस संबंध में महिलाओं ने बताया कि आज बाजार में चिल्लर पैसों की किल्लत हो गई है। इस समस्या से बचने हमने ऑनलाइन भुगतान का रास्ता अपनाया। इस माध्यम से भुगतान चिल्लर पैसों के बिना सरलता से हो जाता है।

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छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 26 अप्रैल। दंतेवाड़ा में ग्रामीण आम तोडऩे से पूर्व त्यौहार मनाते हैं। इसी कड़ी में जिले के विभिन्न गांव में बीज का त्यौहार मनाया जा रहा है। इसे स्थानीय भाषा में बीजा पंडुम कहा जाता है। उल्लेखनीय है कि इस त्यौहार मनाने के पूर्व ग्रामीणों द्वारा सडक़ पर नाके लगाकर वाहन चालकों से चंदा लिया जाता है। इसके उपरांत चंदे की राशि को ग्रामीणों द्वारा बंटवारा किया जाता है। इस एकत्रित धनराशि को त्यौहार के खर्चों में लगाया जाता है। इसी तारतम्य में कुआकोंडा विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत श्यामगिरी में बीज का त्यौहार मनाया जा रहा है। इसी क्रम ग्रामीण महिलाओं ने श्याम गिरी - बचेली मार्ग पर नाका लगाया। इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों से नगद भुगतान लिया जाता है। गौरतलब है कि ग्रामीणों द्वारा चिल्लर पैसों के अभाव में आधुनिक तरीकों से चंदा लिया जा रहा है। फोन पे और क्यूआर कोड के माध्यम से भी भुगतान करने की सुविधा प्रदान की गई है। इस संबंध में महिलाओं ने बताया कि आज बाजार में चिल्लर पैसों की किल्लत हो गई है। इस समस्या से बचने हमने ऑनलाइन भुगतान का रास्ता अपनाया। इस माध्यम से भुगतान चिल्लर पैसों के बिना सरलता से हो जाता है।