बिन माता पिता की बच्ची की पढ़ाई के लिए छात्रावास में भर्ती के निर्देश

छत्तीसगढ़ संवाददाता बलौदाबाजार, 14 मार्च। नगर पंचायत कसडोल के इंदिरा कालोनी वार्ड क्रमांक 2 में की निवासी लक्ष्मीन धीवर अपनी 7 साल की पोती तुलसी को कलेक्टर के एल चौहान के पास लेकर आई थी। कलेक्टर के पास बच्ची की दादी ने परिवार की सम्पूर्ण समस्या से अवगत कराया कि बच्ची की माता-पिता 7 साल पहले ही स्वर्गवास हो गया है। जिसका पालन पोषण का दायित्व वह स्वयं निर्वहन किये जाने की बात बताते हुए बच्ची का एडमिशन सरकारी खर्चे से आदिवासी छात्रावास कसडोल में कराए जाने की फरियाद की। बच्ची की दादी ने यह बात भी कहा कि वह बहुत गरीब है जिसके चलते उनकी पोती का सही देखभाल एवं शिक्षा दिशा बेहतर हो पाना सम्भव नहीं है,रोजी मजदूरी से घर का खर्च जैसे तैसे चलता हैं। बेहद गंभीर समस्या,दादी एवं बच्ची की संपूर्ण पीड़ा को समझते हुए कलेक्टर चौहान ने मानवीय मूल्यों एवं संवेदनशील का परिचय देते हुए आदिवासी विभाग के अधिकारी को बुलाकर 7 साल की बच्ची तुलसी धीवर पिता स्वर्गीय उद्र कुमार का दाखिला कसडोल स्थित आदिवासी छात्रावास में किये जाने का निर्देश दिए है। कलेक्टर के पहल पर बच्ची के दादी लक्ष्मींन धीवर भावुक होकर धन्यवाद एवं आभार प्रकट करते हुए कलेक्टर के सरल एवं सहज भाव की खुले मन से प्रशंसा की है।

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छत्तीसगढ़ संवाददाता बलौदाबाजार, 14 मार्च। नगर पंचायत कसडोल के इंदिरा कालोनी वार्ड क्रमांक 2 में की निवासी लक्ष्मीन धीवर अपनी 7 साल की पोती तुलसी को कलेक्टर के एल चौहान के पास लेकर आई थी। कलेक्टर के पास बच्ची की दादी ने परिवार की सम्पूर्ण समस्या से अवगत कराया कि बच्ची की माता-पिता 7 साल पहले ही स्वर्गवास हो गया है। जिसका पालन पोषण का दायित्व वह स्वयं निर्वहन किये जाने की बात बताते हुए बच्ची का एडमिशन सरकारी खर्चे से आदिवासी छात्रावास कसडोल में कराए जाने की फरियाद की। बच्ची की दादी ने यह बात भी कहा कि वह बहुत गरीब है जिसके चलते उनकी पोती का सही देखभाल एवं शिक्षा दिशा बेहतर हो पाना सम्भव नहीं है,रोजी मजदूरी से घर का खर्च जैसे तैसे चलता हैं। बेहद गंभीर समस्या,दादी एवं बच्ची की संपूर्ण पीड़ा को समझते हुए कलेक्टर चौहान ने मानवीय मूल्यों एवं संवेदनशील का परिचय देते हुए आदिवासी विभाग के अधिकारी को बुलाकर 7 साल की बच्ची तुलसी धीवर पिता स्वर्गीय उद्र कुमार का दाखिला कसडोल स्थित आदिवासी छात्रावास में किये जाने का निर्देश दिए है। कलेक्टर के पहल पर बच्ची के दादी लक्ष्मींन धीवर भावुक होकर धन्यवाद एवं आभार प्रकट करते हुए कलेक्टर के सरल एवं सहज भाव की खुले मन से प्रशंसा की है।