युवक में जैविक भिन्नता, बुखार की जांच कराने पहुंचा तब हुआ खुलासा

बिलासपुर। बिलासपुर में एक 26 वर्षीय युवक को इंटरसेक्स (जैविक भिन्नता) है और उसके दो प्राइवेट विकसित हो गए हैं। फीमेल पार्ट में उसे ट्यूमर हुआ और डॉक्टरों ने जांच की, तब दुर्लभ तरह के कैंसर होने की जानकारी सामने आई। डॉक्टरों ने इसे देश का तीसरा रेयर केस बताया है। जो एक लाख लोगों में से एक मामला सामने आता है। दो प्राइवेट पार्ट वाले इस युवक के कैंसर का छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान (CIMS) में सफल सर्जरी किया गया है। ऑपरेशन के बाद युवक स्वस्थ्य है। लेकिन, उसे पूरी तरह ठीक होने में दो साल का समय लग सकता है। CIMS के कैंसर डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ चंद्रहास ध्रुव ने बताया कि युवक करीब छह महीने पहले इलाज के लिए आया था। उस समय उसे लगातार तीन-चार महीने से बुखार आ रहा था और शरीर में कई जगहों पर गांठ हो गए थे। उसके जननांग में ट्यूमर हो गया था। उसने यह भी बताया कि अपनी समस्या को लेकर कई अस्पताल में गया। लेकिन, सही इलाज नहीं हो सका। जिसके बाद सिम्स के कैंसर विभाग की टीम ने जांच शुरू की। शुरुआती जांच के बाद युवक के कैंसर पीड़ित होने की आशंका हुई। लिहाजा, उसका सीटी स्केन और बायोप्सी जांच कराया गया, जिसमें उसके महिला जननांग और उसके अंडाशय होने की जानकारी मिली। इस तरह के मामले को मेडिकल भाषा में डीएसडी यानी डिसऑर्डर ऑफ सेक्सुअल डेवलेपमेंट कहा जाता है। उसमें एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर भी पाया गया है। इसका नाम प्रेसिडेंट मूलेरियन डक्ट सिंड्रोम विद जर्म सेल ट्यूमर आफ टेस्टिस है।

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बिलासपुर। बिलासपुर में एक 26 वर्षीय युवक को इंटरसेक्स (जैविक भिन्नता) है और उसके दो प्राइवेट विकसित हो गए हैं। फीमेल पार्ट में उसे ट्यूमर हुआ और डॉक्टरों ने जांच की, तब दुर्लभ तरह के कैंसर होने की जानकारी सामने आई। डॉक्टरों ने इसे देश का तीसरा रेयर केस बताया है। जो एक लाख लोगों में से एक मामला सामने आता है। दो प्राइवेट पार्ट वाले इस युवक के कैंसर का छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान (CIMS) में सफल सर्जरी किया गया है। ऑपरेशन के बाद युवक स्वस्थ्य है। लेकिन, उसे पूरी तरह ठीक होने में दो साल का समय लग सकता है। CIMS के कैंसर डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ चंद्रहास ध्रुव ने बताया कि युवक करीब छह महीने पहले इलाज के लिए आया था। उस समय उसे लगातार तीन-चार महीने से बुखार आ रहा था और शरीर में कई जगहों पर गांठ हो गए थे। उसके जननांग में ट्यूमर हो गया था। उसने यह भी बताया कि अपनी समस्या को लेकर कई अस्पताल में गया। लेकिन, सही इलाज नहीं हो सका। जिसके बाद सिम्स के कैंसर विभाग की टीम ने जांच शुरू की। शुरुआती जांच के बाद युवक के कैंसर पीड़ित होने की आशंका हुई। लिहाजा, उसका सीटी स्केन और बायोप्सी जांच कराया गया, जिसमें उसके महिला जननांग और उसके अंडाशय होने की जानकारी मिली। इस तरह के मामले को मेडिकल भाषा में डीएसडी यानी डिसऑर्डर ऑफ सेक्सुअल डेवलेपमेंट कहा जाता है। उसमें एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर भी पाया गया है। इसका नाम प्रेसिडेंट मूलेरियन डक्ट सिंड्रोम विद जर्म सेल ट्यूमर आफ टेस्टिस है।