जगदलपुर, 10 अगस्त। परपा थाना क्षेत्र के ग्राम कोरपाल में रहने वाले एक 16 वर्षीय किशोर ने अपनी माँ की डांट को इतनी गंभीरता से ले लिया, कि राखी के 9 दिन पहले की अपनी जान दे दी। इसकी जानकारी सुबह परिजनों को लगी, जिसके बाद शव को पीएम के लिए मेकाज लाया गया।
परिजनों ने बताया कि कोरपाल में रहने वाले सुखराम के 16 वर्षीय बेटे हरि को बीती रात उसकी माँ पार्वती ने दिनभर घूमने की बात को लेकर थोड़ी सी डांट लगा दी, जिसके बाद हरि परिजनों को बिना बताए रात को घर से चला गया। रातभर परिजनों ने भी उसकी कोई भी खोज खबर नहीं ली।
शनिवार की सुबह हरि की माँ पार्वती जब घर से बाहर काम करने के लिए निकली तो देखा कि खेत में लगे जाम पेड़ पर उसके बेटे ने गले में फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
पार्वती ने बेटे को फंदे में लटके देख परिजनों के साथ ही आसपास के लोगों को मामले की जानकारी दी, जहाँ आसपड़ोस के लोग भी मौके पर आ पहुँचे, जब तक हरि को कोई देख पाता, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
परिजनों से लेकर गांव के आसपास रहने वाले लोगों में भी मातम छा गया। शव का पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
जगदलपुर, 10 अगस्त। परपा थाना क्षेत्र के ग्राम कोरपाल में रहने वाले एक 16 वर्षीय किशोर ने अपनी माँ की डांट को इतनी गंभीरता से ले लिया, कि राखी के 9 दिन पहले की अपनी जान दे दी। इसकी जानकारी सुबह परिजनों को लगी, जिसके बाद शव को पीएम के लिए मेकाज लाया गया।
परिजनों ने बताया कि कोरपाल में रहने वाले सुखराम के 16 वर्षीय बेटे हरि को बीती रात उसकी माँ पार्वती ने दिनभर घूमने की बात को लेकर थोड़ी सी डांट लगा दी, जिसके बाद हरि परिजनों को बिना बताए रात को घर से चला गया। रातभर परिजनों ने भी उसकी कोई भी खोज खबर नहीं ली।
शनिवार की सुबह हरि की माँ पार्वती जब घर से बाहर काम करने के लिए निकली तो देखा कि खेत में लगे जाम पेड़ पर उसके बेटे ने गले में फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
पार्वती ने बेटे को फंदे में लटके देख परिजनों के साथ ही आसपास के लोगों को मामले की जानकारी दी, जहाँ आसपड़ोस के लोग भी मौके पर आ पहुँचे, जब तक हरि को कोई देख पाता, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
परिजनों से लेकर गांव के आसपास रहने वाले लोगों में भी मातम छा गया। शव का पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।