दिव्यांगों संग मुरैना कलेक्टर ने खेली होली:शहर में हर्षोल्लास और सौहार्द के साथ मनी होली; ढोल की थाप पर झूमे लोग
दिव्यांगों संग मुरैना कलेक्टर ने खेली होली:शहर में हर्षोल्लास और सौहार्द के साथ मनी होली; ढोल की थाप पर झूमे लोग
मुरैना में इस साल होली का पर्व पूरे उत्साह और सौहार्द के साथ मनाया गया। सुबह से ही शहर की गलियां और बाजार रंगों में सराबोर नजर आए। लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाइयां दीं और ढोल-नगाड़ों की धुन पर जमकर नृत्य किया। इस बार महिलाओं और बच्चों में भी खास उत्साह देखा गया। महिलाओं ने पारंपरिक ढंग से एक-दूसरे को रंग लगाया और नृत्य कर होली का आनंद लिया। बच्चे रंग-बिरंगी पिचकारियों और गुब्बारों से खेलते नजर आए। मुख्य बाजारों और मोहल्लों में चारों ओर रंगों की रौनक बनी रही। होली के अवसर पर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना ने अपने बंगले पर दिव्यांगों के साथ होली खेली, उन्हें गुलाल लगाकर मिठाइयां खिलाईं और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि "होली भाईचारे और प्रेम का पर्व है, इसे मिलजुलकर शांति से मनाना चाहिए।" मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना, बाजारों में रही चहल-पहल
होली के अवसर पर शहर के प्रमुख मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हुई। श्रद्धालुओं ने भगवान को गुलाल अर्पित कर भजन-कीर्तन में भाग लिया। दूसरी ओर, बाजारों में भी रौनक बनी रही। मिठाई, गुलाल और पिचकारी की दुकानों पर लोगों की भीड़ देखने को मिली। दुकानदारों के अनुसार इस साल बिक्री में अच्छी बढ़ोतरी हुई है। शांतिपूर्ण और रंगीन रही मुरैना की होली
युवाओं ने सड़कों पर निकलकर डीजे की धुन पर नृत्य किया, तो बुजुर्गों ने भी रंगों का आनंद लिया। कई मोहल्लों में सामूहिक होली मिलन समारोह आयोजित हुए, जहां लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को बधाई दी। प्रशासन की सख्ती और सतर्कता के चलते मुरैना में होली का पर्व पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि "शहर में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है, पुलिस बल लगातार गश्त पर रहा, जिससे शांति बनी रही।"
मुरैना में इस साल होली का पर्व पूरे उत्साह और सौहार्द के साथ मनाया गया। सुबह से ही शहर की गलियां और बाजार रंगों में सराबोर नजर आए। लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाइयां दीं और ढोल-नगाड़ों की धुन पर जमकर नृत्य किया। इस बार महिलाओं और बच्चों में भी खास उत्साह देखा गया। महिलाओं ने पारंपरिक ढंग से एक-दूसरे को रंग लगाया और नृत्य कर होली का आनंद लिया। बच्चे रंग-बिरंगी पिचकारियों और गुब्बारों से खेलते नजर आए। मुख्य बाजारों और मोहल्लों में चारों ओर रंगों की रौनक बनी रही। होली के अवसर पर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। जिला कलेक्टर अंकित अस्थाना ने अपने बंगले पर दिव्यांगों के साथ होली खेली, उन्हें गुलाल लगाकर मिठाइयां खिलाईं और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि "होली भाईचारे और प्रेम का पर्व है, इसे मिलजुलकर शांति से मनाना चाहिए।" मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना, बाजारों में रही चहल-पहल
होली के अवसर पर शहर के प्रमुख मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हुई। श्रद्धालुओं ने भगवान को गुलाल अर्पित कर भजन-कीर्तन में भाग लिया। दूसरी ओर, बाजारों में भी रौनक बनी रही। मिठाई, गुलाल और पिचकारी की दुकानों पर लोगों की भीड़ देखने को मिली। दुकानदारों के अनुसार इस साल बिक्री में अच्छी बढ़ोतरी हुई है। शांतिपूर्ण और रंगीन रही मुरैना की होली
युवाओं ने सड़कों पर निकलकर डीजे की धुन पर नृत्य किया, तो बुजुर्गों ने भी रंगों का आनंद लिया। कई मोहल्लों में सामूहिक होली मिलन समारोह आयोजित हुए, जहां लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को बधाई दी। प्रशासन की सख्ती और सतर्कता के चलते मुरैना में होली का पर्व पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि "शहर में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है, पुलिस बल लगातार गश्त पर रहा, जिससे शांति बनी रही।"