सिंगापुर : जहरीली गैस से जान गंवाने वाले भारतीय का शव गृहनगर भेजा गया

सिंगापुर, 29 मई। सिंगापुर में जहरीली गैस से जान गंवाने वाले भारतीय मूल के व्यक्ति का शव अंतिम संस्कार के लिए भारत में उसके गृहनगर भेजा गया है। सुपरसोनिक मेंटेनेंस सर्विसेज में सफाई संचालन प्रबंधक पद पर कार्यरत 40 वर्षीय श्रीनिवासन शिवरामन की 23 मई को राष्ट्रीय जल एजेंसी पीयूबी के चोआ चू कांग वाटरवर्क्स में एक टैंक में सफाई करते समय जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई थी। शिवरामन और दो मलेशियाई कर्मचारियों को पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे टैंक में बेहोश पाया गया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां कुछ देर बाद शिवरामन की मौत हो गई। मलेशियाई मजदूर अभी भी गहन देखभाल में हैं। पीयूबी ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया कि मजदूर हाइड्रोजन सल्फाइड गैस की चपेट में आ गये थे। यह गैस जल शोधन प्रक्रिया के दौरान निकलती है। द स्ट्रेट्स टाइम्स और तमिल भाषा के दैनिक समाचारपत्र तमिल मुरासु की खबर के मुताबिक शिवरामन के शव को 26 मई को परिवार और मित्रों को सौंप दिया गया था और 28 मई को शव को भारत भेजा गया। घटना के वक्त शिवरामन का परिवार गर्मियों की छुट्टियों में सिंगापुर आया हुआ था। शिवरामन तमिलनाडु के तंजावुर जिले के कंबरनाथम गांव का रहने वाला था। परिवार, दोस्तों और सहयोगियों सहित करीब 50 लोगों ने 26 मई को शोकसभा में शिवरामन को अंतिम श्रद्धांजलि दी थी।(भाषा)

सिंगापुर : जहरीली गैस से जान गंवाने वाले भारतीय का शव गृहनगर भेजा गया
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
सिंगापुर, 29 मई। सिंगापुर में जहरीली गैस से जान गंवाने वाले भारतीय मूल के व्यक्ति का शव अंतिम संस्कार के लिए भारत में उसके गृहनगर भेजा गया है। सुपरसोनिक मेंटेनेंस सर्विसेज में सफाई संचालन प्रबंधक पद पर कार्यरत 40 वर्षीय श्रीनिवासन शिवरामन की 23 मई को राष्ट्रीय जल एजेंसी पीयूबी के चोआ चू कांग वाटरवर्क्स में एक टैंक में सफाई करते समय जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई थी। शिवरामन और दो मलेशियाई कर्मचारियों को पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे टैंक में बेहोश पाया गया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां कुछ देर बाद शिवरामन की मौत हो गई। मलेशियाई मजदूर अभी भी गहन देखभाल में हैं। पीयूबी ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया कि मजदूर हाइड्रोजन सल्फाइड गैस की चपेट में आ गये थे। यह गैस जल शोधन प्रक्रिया के दौरान निकलती है। द स्ट्रेट्स टाइम्स और तमिल भाषा के दैनिक समाचारपत्र तमिल मुरासु की खबर के मुताबिक शिवरामन के शव को 26 मई को परिवार और मित्रों को सौंप दिया गया था और 28 मई को शव को भारत भेजा गया। घटना के वक्त शिवरामन का परिवार गर्मियों की छुट्टियों में सिंगापुर आया हुआ था। शिवरामन तमिलनाडु के तंजावुर जिले के कंबरनाथम गांव का रहने वाला था। परिवार, दोस्तों और सहयोगियों सहित करीब 50 लोगों ने 26 मई को शोकसभा में शिवरामन को अंतिम श्रद्धांजलि दी थी।(भाषा)