25 नक्सलियों ने किया समर्पण, पांच पर 28 लाख रुपए का था ईनाम

छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 26 अगस्त। सोमवार को बीजापुर जिले में 25 नक्सलियों ने पुलिस अफसरों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें से पांच नक्सलियों पर 28 लाख रुपए का ईनाम था। भैरमगढ़ एरिया कमेटी एवं गंगालूर एरिया कमेटी के पार्टी सदस्य, एलओएस सदस्य, सीएनएम अध्यक्ष सहित 25 नक्सलियों ने आज उप पुलिस महानिरीक्षक, केरिपु ऑप्स बीजापुर देवेन्द्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव, कमांडेंट 85वीं वाहिनी सुनील कुमार, कमांडेंट 222वी वाहिनी केरिपु विजेन्द्र कुमार, कमांडेंट 202 कोबरा अमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ऑप्स वैभव बैंकर, उप पुलिस अधीक्षक ऑप्स सुदीप सरकार, उप पुलिस अधीक्षक डीआरजी बीजापुर विनित साहू के समक्ष नक्सलियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा व प्रताडऩा से तंग आकर एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया । पुलिस के मुताबिक इन 25 नक्सलियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। दोनों महिलाएं शामबती मडक़म (23) और ज्योति पूनेम (27) तथा महेश तेलम माओवादियों की कंपनी नंबर-2 में सक्रिय थे और प्रत्येक पर आठ लाख रुपये का ईनाम था। मडक़म 2012 से ही नक्सली आंदोलन में सक्रिय थी और 2020 में सुकमा में मिनपा हमले में कथित तौर पर शामिल थीं, जिसमें 17 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी। वह 2021 में टेकलगुडेम (बीजापुर) हमले में भी शामिल थीं, जिसमें 22 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। पुनेम और तेलम इस साल मई में बीजापुर के पिडिय़ा गांव में हुई मुठभेड़ में कथित तौर पर शामिल थे, जिसमें 12 नक्सली मारे गए थे। प्लाटून नंबर 16 बी के सेक्शन डिप्टी कमांडर विष्णु करटम उर्फ मीनू (29) और मिरतुर एलओएस (स्थानीय संगठन दस्ता) पीएलजीए सदस्य जयदेव पोडिय़ाम (18) पर क्रमश: तीन लाख और एक लाख रुपये का ईनाम था। आत्मसमर्पण करने वाले दो अन्य लोगों गुड्डू ककेम (20) और सुदरू पुनेम (32) पर 10-10 हजार रुपये का ईनाम था। आत्मसमर्पण करने वालों में से प्रत्येक को 25 हजार रुपये की सहायता दी गई और सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा। पुलिस के अनुसार वर्ष 2024 में अब तक 170 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया , वहीं विभिन्न नक्सल घटनाओं में शामिल 346 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।

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छत्तीसगढ़ संवाददाता बीजापुर, 26 अगस्त। सोमवार को बीजापुर जिले में 25 नक्सलियों ने पुलिस अफसरों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें से पांच नक्सलियों पर 28 लाख रुपए का ईनाम था। भैरमगढ़ एरिया कमेटी एवं गंगालूर एरिया कमेटी के पार्टी सदस्य, एलओएस सदस्य, सीएनएम अध्यक्ष सहित 25 नक्सलियों ने आज उप पुलिस महानिरीक्षक, केरिपु ऑप्स बीजापुर देवेन्द्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव, कमांडेंट 85वीं वाहिनी सुनील कुमार, कमांडेंट 222वी वाहिनी केरिपु विजेन्द्र कुमार, कमांडेंट 202 कोबरा अमित कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ऑप्स वैभव बैंकर, उप पुलिस अधीक्षक ऑप्स सुदीप सरकार, उप पुलिस अधीक्षक डीआरजी बीजापुर विनित साहू के समक्ष नक्सलियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा व प्रताडऩा से तंग आकर एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया । पुलिस के मुताबिक इन 25 नक्सलियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। दोनों महिलाएं शामबती मडक़म (23) और ज्योति पूनेम (27) तथा महेश तेलम माओवादियों की कंपनी नंबर-2 में सक्रिय थे और प्रत्येक पर आठ लाख रुपये का ईनाम था। मडक़म 2012 से ही नक्सली आंदोलन में सक्रिय थी और 2020 में सुकमा में मिनपा हमले में कथित तौर पर शामिल थीं, जिसमें 17 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी। वह 2021 में टेकलगुडेम (बीजापुर) हमले में भी शामिल थीं, जिसमें 22 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। पुनेम और तेलम इस साल मई में बीजापुर के पिडिय़ा गांव में हुई मुठभेड़ में कथित तौर पर शामिल थे, जिसमें 12 नक्सली मारे गए थे। प्लाटून नंबर 16 बी के सेक्शन डिप्टी कमांडर विष्णु करटम उर्फ मीनू (29) और मिरतुर एलओएस (स्थानीय संगठन दस्ता) पीएलजीए सदस्य जयदेव पोडिय़ाम (18) पर क्रमश: तीन लाख और एक लाख रुपये का ईनाम था। आत्मसमर्पण करने वाले दो अन्य लोगों गुड्डू ककेम (20) और सुदरू पुनेम (32) पर 10-10 हजार रुपये का ईनाम था। आत्मसमर्पण करने वालों में से प्रत्येक को 25 हजार रुपये की सहायता दी गई और सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा। पुलिस के अनुसार वर्ष 2024 में अब तक 170 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया , वहीं विभिन्न नक्सल घटनाओं में शामिल 346 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।