धार में उत्तरी हवाओं के कारण ठंड बढी:न्यूनतम तापमान 12 डिग्री तक पहुंचा, तीन दिन ऐसा ही रहेगा मौसम
धार में उत्तरी हवाओं के कारण ठंड बढी:न्यूनतम तापमान 12 डिग्री तक पहुंचा, तीन दिन ऐसा ही रहेगा मौसम
उत्तरी हवाओं की वजह से नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में ठंड बढ़ चुकी हैं, पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन न्यूनतम तापमान में गिरावट देखी जा रही है। जिसके कारण ही ठंडी हवाओं की गति बढ गई हैं, शाम के बाद से ही हवाएं चलने लगी है। शनिवार-रविवार की मध्यरात्रि को इस मौसम का सबसे न्यूनतम स्तर पर पारा पहुंच गया था, रात के समय पारा 12 डिग्री दर्ज किया गया। उत्तर-पश्चिमी हिस्से में वेस्टर्न डिस्टरबेंस और पूर्वी हिस्से में एक साइक्लोन साकुर्लेशन एक्टिव हैं, उत्तरी हवाओं की गति बढने के कारण ही तापमान में बदलाव नजर आ रहा है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तर से बर्फीली हवाएं आ रही है। अगले तीन दिन प्रदेश में कडाके की ठंड रहेगी। पहाड़ों पर बर्फ पिघलने से बाद वहां से आई बर्फीली हवा से ठंड बढी है। हालांकि रात के तापमान में मामूली इजाफा देखने को मिल सकता है। दरअसल दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के समाप्त होने के बाद मौसम सामान्य होने लगता हैं, लेकिन आसमान बादलों से घिरा रहता है। सुबह व रात ठंडी होने से दिन के तापमान पर भी असर देखने को मिल रहा है। नवंबर माह में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहा हैं, जिसमें सुबह व रात ठंडी होने लगी है। इसके साथ दोपहर में अधिकतम तापमान भी धीरे-धीरे कम होने लगा है। पिछले 10 सालों से इसी प्रकार के मौसम का ट्रेंड रहा हैं। इधर रात में ठंडक होने के साथ ही दिन में अलग प्रकार का मौसम बना हुआ हैं, दिन में अधिकतम तापमान 26 डिग्री के आसपास बना है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही है। जिससे ही ठंड का असर बढ़ने लगा है।
उत्तरी हवाओं की वजह से नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में ठंड बढ़ चुकी हैं, पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन न्यूनतम तापमान में गिरावट देखी जा रही है। जिसके कारण ही ठंडी हवाओं की गति बढ गई हैं, शाम के बाद से ही हवाएं चलने लगी है। शनिवार-रविवार की मध्यरात्रि को इस मौसम का सबसे न्यूनतम स्तर पर पारा पहुंच गया था, रात के समय पारा 12 डिग्री दर्ज किया गया। उत्तर-पश्चिमी हिस्से में वेस्टर्न डिस्टरबेंस और पूर्वी हिस्से में एक साइक्लोन साकुर्लेशन एक्टिव हैं, उत्तरी हवाओं की गति बढने के कारण ही तापमान में बदलाव नजर आ रहा है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि उत्तर से बर्फीली हवाएं आ रही है। अगले तीन दिन प्रदेश में कडाके की ठंड रहेगी। पहाड़ों पर बर्फ पिघलने से बाद वहां से आई बर्फीली हवा से ठंड बढी है। हालांकि रात के तापमान में मामूली इजाफा देखने को मिल सकता है। दरअसल दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के समाप्त होने के बाद मौसम सामान्य होने लगता हैं, लेकिन आसमान बादलों से घिरा रहता है। सुबह व रात ठंडी होने से दिन के तापमान पर भी असर देखने को मिल रहा है। नवंबर माह में मौसम के दो रंग देखने को मिल रहा हैं, जिसमें सुबह व रात ठंडी होने लगी है। इसके साथ दोपहर में अधिकतम तापमान भी धीरे-धीरे कम होने लगा है। पिछले 10 सालों से इसी प्रकार के मौसम का ट्रेंड रहा हैं। इधर रात में ठंडक होने के साथ ही दिन में अलग प्रकार का मौसम बना हुआ हैं, दिन में अधिकतम तापमान 26 डिग्री के आसपास बना है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम हवाएं चल रही है। जिससे ही ठंड का असर बढ़ने लगा है।