भूवैज्ञानिक बोस की प्रतिमा का अनावरण

छत्तीसगढ़ संवाददाता बचेली, 7 जून।भूवैज्ञानिक प्रमथ नाथ बोस की प्रतिमा का अनावरण एनएमडीसी बचेली के निक्षेप क्रमांक 5 में अधिशासी निदेशक बी. वेंकटेश्वरलु के करकमलों से संपन्न हुआ। इस अवसर पर बचेली परियोजना के सभी विभागाध्यक्ष, श्रमिक संघों एसकेएमएस एवं एमएमडब्ल्यूयू के पदाधिकारीगण, विभिन्न अधिकारी व कर्मचारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। ज्ञातव्य है कि पी. एन. बोस ने सन 1899 से 1903 तक बैलाडीला (बस्तर) क्षेत्र में कार्य किया एवं बैलाडीला आयरन ओर निक्षेपों की खोज की। उनके इस अन्वेषण से ही बैलाडीला क्षेत्र में लगभग 14 लौह अयस्क निक्षेपों का पता चला। इसी के फलस्वरुप एनएमडीसी ने यहां उत्खनन का कार्य आरंभ किया एवं पिछले लगभग 60 वर्षों से निरंतर लौह अयस्क का उत्खनन एनएमडीसी द्वारा किया जा रहा है। पी. एन. बोस के महान अन्वेषण को सम्मान देने और उनके प्रति एनएमडीसी की ओर से कृतज्ञता व्यक्त करने के उद्देश्य से इस प्रतिमा की स्थापना की गई है।

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छत्तीसगढ़ संवाददाता बचेली, 7 जून।भूवैज्ञानिक प्रमथ नाथ बोस की प्रतिमा का अनावरण एनएमडीसी बचेली के निक्षेप क्रमांक 5 में अधिशासी निदेशक बी. वेंकटेश्वरलु के करकमलों से संपन्न हुआ। इस अवसर पर बचेली परियोजना के सभी विभागाध्यक्ष, श्रमिक संघों एसकेएमएस एवं एमएमडब्ल्यूयू के पदाधिकारीगण, विभिन्न अधिकारी व कर्मचारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। ज्ञातव्य है कि पी. एन. बोस ने सन 1899 से 1903 तक बैलाडीला (बस्तर) क्षेत्र में कार्य किया एवं बैलाडीला आयरन ओर निक्षेपों की खोज की। उनके इस अन्वेषण से ही बैलाडीला क्षेत्र में लगभग 14 लौह अयस्क निक्षेपों का पता चला। इसी के फलस्वरुप एनएमडीसी ने यहां उत्खनन का कार्य आरंभ किया एवं पिछले लगभग 60 वर्षों से निरंतर लौह अयस्क का उत्खनन एनएमडीसी द्वारा किया जा रहा है। पी. एन. बोस के महान अन्वेषण को सम्मान देने और उनके प्रति एनएमडीसी की ओर से कृतज्ञता व्यक्त करने के उद्देश्य से इस प्रतिमा की स्थापना की गई है।