यौन हिंसा रोकने मर्दानगी अभियान की शुरूआत:एसपी बोले- 200 से ज्यादा बच्चियां लापता, ये बड़ा चैलेंज है; रक्षा समिति को ट्रेनिंग दी

यौन हिंसा की रोकथाम व लैंगिक संवेदनशीलता के लिए मर्दानगी अभियान की शुरुआत की गई है। खंडवा में गुरुवार को किशोर कुमार सभागृह में कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान नगर तथा ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को ट्रेनिंग दी गई है। कार्यक्रम की शुरुआत एसपी मनोज राय ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण की। पुलिस अधिकारियों और सामाजिक संस्था ने महिला अपराध, कुरीतियों और हिंसा के खिलाफ समाज को जागरूक करने का मैसेज दिया। पुलिस अधीक्षक राय ने महिला सुरक्षा संबंधी प्रावधानों से सभी को अवगत कराया और शासन की योजनाओं के बारे में बताया। महिला अपराध, सड़क दुर्घटना और साइबर अपराध से बचाव के लिए खुद को भी जागरूक होने और परिवार और समाज को भी जागरूक करने की बता कहीं। आगे कहा कि, जिले में इस साल 200 से ज्यादा बच्चियों घर से गई है। यह हमारे लिए बड़ा चैलेंज है। एडिशनल एसपी महेंद्र तारनेकर ने बताया कि कार्यक्रम में महिला सुरक्षा और समाज में होने वाले अपराध जैसे गर्भपात और गर्भ में पल रहे बच्चों की अवैध तरीके से जांच के संबंध में समाज को जागरूक करने के बारे में बताया गया। इसके अंतर्गत थाना क्षेत्र में नगर व ग्राम सुरक्षा समिति के ऐसे सदस्य जो लगातार पुलिस के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं, उन्हें इस अभियान से जोड़ा गया है।

यौन हिंसा रोकने मर्दानगी अभियान की शुरूआत:एसपी बोले- 200 से ज्यादा बच्चियां लापता, ये बड़ा चैलेंज है; रक्षा समिति को ट्रेनिंग दी
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
Follow this link to join my WhatsApp Group
यौन हिंसा की रोकथाम व लैंगिक संवेदनशीलता के लिए मर्दानगी अभियान की शुरुआत की गई है। खंडवा में गुरुवार को किशोर कुमार सभागृह में कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान नगर तथा ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को ट्रेनिंग दी गई है। कार्यक्रम की शुरुआत एसपी मनोज राय ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण की। पुलिस अधिकारियों और सामाजिक संस्था ने महिला अपराध, कुरीतियों और हिंसा के खिलाफ समाज को जागरूक करने का मैसेज दिया। पुलिस अधीक्षक राय ने महिला सुरक्षा संबंधी प्रावधानों से सभी को अवगत कराया और शासन की योजनाओं के बारे में बताया। महिला अपराध, सड़क दुर्घटना और साइबर अपराध से बचाव के लिए खुद को भी जागरूक होने और परिवार और समाज को भी जागरूक करने की बता कहीं। आगे कहा कि, जिले में इस साल 200 से ज्यादा बच्चियों घर से गई है। यह हमारे लिए बड़ा चैलेंज है। एडिशनल एसपी महेंद्र तारनेकर ने बताया कि कार्यक्रम में महिला सुरक्षा और समाज में होने वाले अपराध जैसे गर्भपात और गर्भ में पल रहे बच्चों की अवैध तरीके से जांच के संबंध में समाज को जागरूक करने के बारे में बताया गया। इसके अंतर्गत थाना क्षेत्र में नगर व ग्राम सुरक्षा समिति के ऐसे सदस्य जो लगातार पुलिस के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं, उन्हें इस अभियान से जोड़ा गया है।