विद्युत संयंत्र के विरूद्ध करीब 2 साल से आंदोलनरत हैं किसान

4 प्रमुख बिन्दुओं पर बन सकतीहै सहमति छत्तीसगढ़ संवाददाता महासमुंद,17 फरवरी। करणीकृपा पावर प्रा. लिमिटेड और तुमगांव के समीप करीब 2 साल से आंदोलनरत किसानों के बीच सुलह के आसार हैं। शुक्रवार को बिरकोनी के समीप एक होटल में दोनों पक्षों के बीच करीब 4 घंटे चर्चा हुई है। चर्चा में 4 प्रमुख बिंदुओं पर प्रारंभिक चर्चा के बाद दोनों पक्षों में सहमति बनती दिख रही है। करणीकृपा संयंत्र से संबंधित कथित अनियमितताओं को लेकर आसपास के गांवों में किसान संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 25 फरवरी 2022 से आंदोलनरत हैं। कल उनके आंदोलन का 723 वां दिन था। मोर्चा प्रमुखों के साथ इसके पूर्व अनेक दफे प्रशासन की चर्चा हो चुकी है। धरना प्रदर्शन और तत्कालीन विधायक निवास का घेराव भी किसान कर चुके हैं। इनकी मांगों से संबंधित कुछ मामले राजस्व न्यायालय में लंबित हैं और कुछ मांगों पर स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक कार्रवाई भी होती रही है। कल खबर मिली कि करणी कृपा संयंत्र प्रबंधन के साथ किसानों की बैठक घंटों चली। देर शाम किसान मोर्चा के तत्संबंध में विज्ञप्ति भी जारी हो गई। आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप ने संयंत्र प्रबंधन की ओर से बातचीत की पहल का स्वागत करते हुये बताया कि करणीकृपा पावर प्रायवेट लिमिटेड की ओर से कंपनी प्रमुख निर्णय चौधरी और प्रशांत खेतान के साथ प्रमुख किसान नेताओं की बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई। इनमें से 4 बिन्दुओं पर प्रारंभिक चर्चा हुई है। श्री कश्यप ने बताया कि कोडार बांध का पानी संयंत्र को देने का किसान विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि बांध का पानी किसानों की फसल सिंचाई के लिये है। इसी तरह संयंत्र में काम पर रखने के लिये स्थानीय लोगों को प्राथमिकता की मांग पर भी चर्चा हुई है। संयंत्र की जमीन को लेकर कलेक्टर न्यायालय में लंबित प्रकरण में आने वाले निर्णय पर दोनों पक्षों की सहमति होगी तथा संयंत्र की जमीन से अलग जिस सरकारी भूमि को लेकर तहसील न्यायालय में मामला लंबित है, उसका निर्णय भी दोनों पक्ष मान्य करेंगे। इन 4 मुद्दों पर कल प्रारंभिक चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि चर्चा में दोनों पक्षों के बीच इन मुद्दों पर करीब-करीब सहमति बनती दिख रही है। श्री कश्यप ने बताया कि सभी मुद्दों पर चर्चा और सुलह के बाद सत्याग्रह समाप्त करने की घोषणा की जायेगी। फिलहाल उनका सत्याग्रह जारी रहेगा। हरियाणा सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में कल यहां के किसानों ने धरना स्थल पर नारे लगाये तथा काली पट्टी लगाकर धरना दिया। चर्चा में किसान प्रतिनिधि छन्नू लाल साहू, दशरथ सिन्हा, हेमसागर पटेल, नाथूराम सिन्हा, तोषण सिन्हा, धर्मेन्द्र यादव शामिल थे। ------------

विद्युत संयंत्र के विरूद्ध करीब 2 साल से आंदोलनरत हैं किसान
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4 प्रमुख बिन्दुओं पर बन सकतीहै सहमति छत्तीसगढ़ संवाददाता महासमुंद,17 फरवरी। करणीकृपा पावर प्रा. लिमिटेड और तुमगांव के समीप करीब 2 साल से आंदोलनरत किसानों के बीच सुलह के आसार हैं। शुक्रवार को बिरकोनी के समीप एक होटल में दोनों पक्षों के बीच करीब 4 घंटे चर्चा हुई है। चर्चा में 4 प्रमुख बिंदुओं पर प्रारंभिक चर्चा के बाद दोनों पक्षों में सहमति बनती दिख रही है। करणीकृपा संयंत्र से संबंधित कथित अनियमितताओं को लेकर आसपास के गांवों में किसान संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 25 फरवरी 2022 से आंदोलनरत हैं। कल उनके आंदोलन का 723 वां दिन था। मोर्चा प्रमुखों के साथ इसके पूर्व अनेक दफे प्रशासन की चर्चा हो चुकी है। धरना प्रदर्शन और तत्कालीन विधायक निवास का घेराव भी किसान कर चुके हैं। इनकी मांगों से संबंधित कुछ मामले राजस्व न्यायालय में लंबित हैं और कुछ मांगों पर स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक कार्रवाई भी होती रही है। कल खबर मिली कि करणी कृपा संयंत्र प्रबंधन के साथ किसानों की बैठक घंटों चली। देर शाम किसान मोर्चा के तत्संबंध में विज्ञप्ति भी जारी हो गई। आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप ने संयंत्र प्रबंधन की ओर से बातचीत की पहल का स्वागत करते हुये बताया कि करणीकृपा पावर प्रायवेट लिमिटेड की ओर से कंपनी प्रमुख निर्णय चौधरी और प्रशांत खेतान के साथ प्रमुख किसान नेताओं की बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई। इनमें से 4 बिन्दुओं पर प्रारंभिक चर्चा हुई है। श्री कश्यप ने बताया कि कोडार बांध का पानी संयंत्र को देने का किसान विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि बांध का पानी किसानों की फसल सिंचाई के लिये है। इसी तरह संयंत्र में काम पर रखने के लिये स्थानीय लोगों को प्राथमिकता की मांग पर भी चर्चा हुई है। संयंत्र की जमीन को लेकर कलेक्टर न्यायालय में लंबित प्रकरण में आने वाले निर्णय पर दोनों पक्षों की सहमति होगी तथा संयंत्र की जमीन से अलग जिस सरकारी भूमि को लेकर तहसील न्यायालय में मामला लंबित है, उसका निर्णय भी दोनों पक्ष मान्य करेंगे। इन 4 मुद्दों पर कल प्रारंभिक चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि चर्चा में दोनों पक्षों के बीच इन मुद्दों पर करीब-करीब सहमति बनती दिख रही है। श्री कश्यप ने बताया कि सभी मुद्दों पर चर्चा और सुलह के बाद सत्याग्रह समाप्त करने की घोषणा की जायेगी। फिलहाल उनका सत्याग्रह जारी रहेगा। हरियाणा सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में कल यहां के किसानों ने धरना स्थल पर नारे लगाये तथा काली पट्टी लगाकर धरना दिया। चर्चा में किसान प्रतिनिधि छन्नू लाल साहू, दशरथ सिन्हा, हेमसागर पटेल, नाथूराम सिन्हा, तोषण सिन्हा, धर्मेन्द्र यादव शामिल थे। ------------