हम हिम्मत का एक कदम बढ़ाते हैं तो भगवान मदद के हजार कदम बढ़ाते हैं-देव भाई

छत्तीसगढ़ संवाददाता दुर्ग, 25 अक्टूबर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के बघेरा स्थित आनंद सरोवर में ब्रह्माकुमारीज के अंतराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू (राजस्थान) से देव भाई का आगमन हुआ। एक दिवसीय आध्यात्मिक समागम के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि एम.के. चंद्राकर (पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर- छत्तीसगढ़ सीड सर्टिफिकेशन) रीटा बहन (संचालिका ,ब्रह्माकुमारीज दुर्ग ) रुपाली बहन (वरिष्ठ राजयोगी शिक्षिका), ब्रह्माकुमारी चैतन्य प्रभा एवं दुर्ग के सभी सेवाकेन्द्रों के अलावा बालोद गुण्डरदेही से लगभग 1700 की संख्या में आये हुए भाई-बहनों ने इसका लाभ लिया। ब्रह्माकुमार देव भाई ने अपने उद्बोधन में कहा कि निराकार परमपिता परमात्मा शिव ने इस सृष्टि रंगमंच पर सर्व मनुष्य आत्माओं को उनके विशेषताओं के अनुरूप अभिनय करने का श्रेष्ठ एव सुंदर मौका दिया है यह हम पर निर्भर करता है कि हम उस पार्ट को कितनी अच्छी तरह से निभाते हैं, यहाँ उपस्थित गृहस्थ जीवन में रहने वालों का पार्ट अत्यंत ही श्रेष्ठ है जो कि प्रवृति मार्ग में रहते हुए भी परमात्मा के इस पुनीत कार्य में अपना तन-मन-धन, समय-श्वांस- संकल्प सफल कर अपना भाग्य श्रेष्ठ बना रहे हैं। जब हम ईश्वरीय कार्य में अल्प सहयोग भी देते हैं तो उसका प्रतिफल गुणात्मक वृद्धि के रूप में हमें प्राप्त होता है। जब हम हिम्मत का एक कदम बढ़ाते हैं तो भगवान मदद के हजार कदम बढ़ाते हैं। आपने अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए बताया कि माउंट आबू में राष्ट्रपति जी का कार्यक्रम आयोजित होना था आपको तीन दिन पूर्व व्यवस्था की जिम्मेवारी मिली जिसे परमात्मा पिता ने बेहद कम समय में बहुत ही शानदार रीति से संपन्न करवाया, इसलिए कहते हैं हिम्मत बच्चों की मदद परमात्मा की। रीटा बहन ने देव भाई के विशेषताओं का वर्णन करते हुए कहा कि आपने ईश्वर द्वारा रचित महायज्ञ में अपना सर्वस्व जीवन अर्पित कर लाखों मनुष्य आत्माओं के लिए प्रेरणाश्रोत है। आपको जो भी कार्य मिलता है चाहे समय सिमित हो या कोई ईश्वरीय सेवा अचानक मिली तो आप उसे पूर्ण समर्पित रीति से करते हैं जिसका प्रतिफल है कि आप संस्था में भिन्न-भिन्न दायित्वों का निर्वहन सफलता पूर्वक करते हैं और कार्य पूर्ण होने के उपरांत आपको जो दुवाएँ मिलती है वह आपके पार्ट को औरों से श्रेष्ठ बनाता है। कार्यक्रम में मंच संचालन व अत्यंत ही सुंदर योग कामेन्ट्री द्वारा ब्रह्माकुमारी रुपाली बहन ने सभी को परमात्मा के सानिध्य की अनुपम अनुभूति कराई। कुमारी चंद्राणी, युक्ति, लीना ने सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी।

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छत्तीसगढ़ संवाददाता दुर्ग, 25 अक्टूबर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के बघेरा स्थित आनंद सरोवर में ब्रह्माकुमारीज के अंतराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू (राजस्थान) से देव भाई का आगमन हुआ। एक दिवसीय आध्यात्मिक समागम के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि एम.के. चंद्राकर (पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर- छत्तीसगढ़ सीड सर्टिफिकेशन) रीटा बहन (संचालिका ,ब्रह्माकुमारीज दुर्ग ) रुपाली बहन (वरिष्ठ राजयोगी शिक्षिका), ब्रह्माकुमारी चैतन्य प्रभा एवं दुर्ग के सभी सेवाकेन्द्रों के अलावा बालोद गुण्डरदेही से लगभग 1700 की संख्या में आये हुए भाई-बहनों ने इसका लाभ लिया। ब्रह्माकुमार देव भाई ने अपने उद्बोधन में कहा कि निराकार परमपिता परमात्मा शिव ने इस सृष्टि रंगमंच पर सर्व मनुष्य आत्माओं को उनके विशेषताओं के अनुरूप अभिनय करने का श्रेष्ठ एव सुंदर मौका दिया है यह हम पर निर्भर करता है कि हम उस पार्ट को कितनी अच्छी तरह से निभाते हैं, यहाँ उपस्थित गृहस्थ जीवन में रहने वालों का पार्ट अत्यंत ही श्रेष्ठ है जो कि प्रवृति मार्ग में रहते हुए भी परमात्मा के इस पुनीत कार्य में अपना तन-मन-धन, समय-श्वांस- संकल्प सफल कर अपना भाग्य श्रेष्ठ बना रहे हैं। जब हम ईश्वरीय कार्य में अल्प सहयोग भी देते हैं तो उसका प्रतिफल गुणात्मक वृद्धि के रूप में हमें प्राप्त होता है। जब हम हिम्मत का एक कदम बढ़ाते हैं तो भगवान मदद के हजार कदम बढ़ाते हैं। आपने अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए बताया कि माउंट आबू में राष्ट्रपति जी का कार्यक्रम आयोजित होना था आपको तीन दिन पूर्व व्यवस्था की जिम्मेवारी मिली जिसे परमात्मा पिता ने बेहद कम समय में बहुत ही शानदार रीति से संपन्न करवाया, इसलिए कहते हैं हिम्मत बच्चों की मदद परमात्मा की। रीटा बहन ने देव भाई के विशेषताओं का वर्णन करते हुए कहा कि आपने ईश्वर द्वारा रचित महायज्ञ में अपना सर्वस्व जीवन अर्पित कर लाखों मनुष्य आत्माओं के लिए प्रेरणाश्रोत है। आपको जो भी कार्य मिलता है चाहे समय सिमित हो या कोई ईश्वरीय सेवा अचानक मिली तो आप उसे पूर्ण समर्पित रीति से करते हैं जिसका प्रतिफल है कि आप संस्था में भिन्न-भिन्न दायित्वों का निर्वहन सफलता पूर्वक करते हैं और कार्य पूर्ण होने के उपरांत आपको जो दुवाएँ मिलती है वह आपके पार्ट को औरों से श्रेष्ठ बनाता है। कार्यक्रम में मंच संचालन व अत्यंत ही सुंदर योग कामेन्ट्री द्वारा ब्रह्माकुमारी रुपाली बहन ने सभी को परमात्मा के सानिध्य की अनुपम अनुभूति कराई। कुमारी चंद्राणी, युक्ति, लीना ने सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी।