महाकाल की कार्तिक-अगहन मास की राजसी सवारी कल:चंदमौलेश्वर स्वरूप में देंगे भक्तों को दर्शन, पांच किलोमीटर लंबा रहेगा सवारी मार्ग
महाकाल की कार्तिक-अगहन मास की राजसी सवारी कल:चंदमौलेश्वर स्वरूप में देंगे भक्तों को दर्शन, पांच किलोमीटर लंबा रहेगा सवारी मार्ग
उज्जैन में सोमवार शाम 4 बजे महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक-अगहन माह की अंतिम राजसी सवारी निकलेगी। सभा मंडप में पूजन के पश्चात मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान पालकी में विराजित भगवान के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप को सलामी देंगे। अंतिम सवारी का भ्रमण मार्ग करीब पांच किलोमीटर लंबा रहेगा। सवारी निकलने के पहले सांय 3.30 बजे सभा मंडप में भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन कर पालकी में विराजित किया जाएगा। सवारी पूरे लाव लश्कर के साथ नगर भ्रमण के लिए रवाना होगी। सवारी में अश्वारोही दल, पुलिस बैंड, भजन मंडलियों के सदस्य और डमरू वादन करती युवाओं की टोली शामिल होगी। पालकी रहेगी। बाबा महाकाल की कार्तिक-अगहन मास की अंतिम सवारी होने के कारण सवारी का मार्ग भी करीब पांच किलो मीटर लंबा रहेगा। परंपरागत मार्ग के साथ ही शहर के अन्य मार्ग से भी सवारी निकलेगी। इन मार्गों से होकर निकलेगी सवारी
उज्जैन में सोमवार शाम 4 बजे महाकालेश्वर भगवान की कार्तिक-अगहन माह की अंतिम राजसी सवारी निकलेगी। सभा मंडप में पूजन के पश्चात मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान पालकी में विराजित भगवान के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप को सलामी देंगे। अंतिम सवारी का भ्रमण मार्ग करीब पांच किलोमीटर लंबा रहेगा। सवारी निकलने के पहले सांय 3.30 बजे सभा मंडप में भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन कर पालकी में विराजित किया जाएगा। सवारी पूरे लाव लश्कर के साथ नगर भ्रमण के लिए रवाना होगी। सवारी में अश्वारोही दल, पुलिस बैंड, भजन मंडलियों के सदस्य और डमरू वादन करती युवाओं की टोली शामिल होगी। पालकी रहेगी। बाबा महाकाल की कार्तिक-अगहन मास की अंतिम सवारी होने के कारण सवारी का मार्ग भी करीब पांच किलो मीटर लंबा रहेगा। परंपरागत मार्ग के साथ ही शहर के अन्य मार्ग से भी सवारी निकलेगी। इन मार्गों से होकर निकलेगी सवारी