ग्रामीणों के चक्काजाम के बाद अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर

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ग्रामीणों के चक्काजाम के बाद अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर
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छत्तीसगढ़ संवाददाता रायगढ़, 10 जनवरी। रायगढ़ जिले में गुरुवार की सुबह 9 बजे से गांव के ग्रामीणों ने एक सरकारी शिक्षक के अवैध कब्जा को तत्काल हआने की मांग को लेकर रायगढ़- पुसौर मार्ग पर चक्काजाम शुरू कर दिया, मामले की जानकारी मिलते ही जुटमिल पुलिस के अलावा प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और फिर अवैध कब्जे को जेसीबी से हटाया गया। जिसके बाद ही करीब 4 घंटे बाद चक्काजाम समाप्त हो सका। मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ जिला मुख्यालय से तकरीबन 4 किलोमीटर दूर स्थित आमापाली गांव मे ग्रामीणों ने एक सरकारी शिक्षक के द्वारा उनके गांव की दो एकड़ से अधिक की जमीन पर कब्जा करने की एक के बाद एक कई बार शिकायत करने के बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नही होनें से गुरूवार की सुबह 9 बजे गढ़उमरिया-पुसौर मार्ग पर चक्काजाम शुरू कर दिया। जिससे सडक़ के दोनों ओर मोटर सायकल, चार पहिया वाहन के अलावा अन्य वाहनों की लंबी कतार लग गई। मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक टीम के अलावा जूटमिल थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर अवैध कब्जा को पूरी तरह हटाया गया तब जाकर ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त किया। गांव के ग्रामीण ललित गुप्ता ने बताया कि जिस व्यक्ति के नाम पर कब्जा हुआ है उसी के खिलाफ कार्रवाई हो। जिसने गांव की जमीन पर कब्जा किया है वह शासकीय शिक्षक है उसे बचाने के लिये किसी दूसरे के नाम पर बेदखली का आदेश जारी करके यह कार्रवाई की जा रही है। समस्त ग्रामीण चाहते हैं कि सरकारी शिक्षक पर ही कार्रवाई हो। आमापाली गांव के सरपंच खुशीलाल गुप्ता ने बताया कि डूमरपाली निवासी सरकारी शिक्षक जयप्रकाश पटेल आमापाली गांव में अवैध कब्जा को लेकर शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नही करने आज समस्त ग्रामीणों ने चक्काजाम किया था। जिसके बाद ही आज प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंचकर उनकी उपस्थित में कब्जा हटाया जा रहा है। यहां दो एकड़ से भी अधिक की भूमि पर कब्जा किया गया था। 4 घंटे चला चक्काजाम गढउमारिया-पुसौर मार्ग में गुरूवार की सुबह आमापाली गांव के ग्रामीणों पूरी तैयारी के साथ सुबह 9 बजे चक्काजाम शुरू कर दिया। जिसके बाद सडक़ के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस दौरान कई राहगिरों के साथ हल्की नोकझोक भी हुई। मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और कब्जा करने वाले के ही जेसीबी के अलावा एक अन्य जेसीबी को पूरा कब्जा को हटाया गया। इसके बाद 1 बजे के आसपास ग्रामीणों ने चक्काजाम समाप्त किया। इस मामले में नायक तहसीलदार ने बताया कि आमापाली गांव के ग्रामीणों ने कलेक्टर जनदर्शन में अवैध कब्जे की शिकायत की थी। जिसके बाद इसमें प्रकरण दर्ज कर बेदखली का आदेश निकालकर कब्जा हटाया गया। जांच में यह पता चला कि ओमप्रकाश पटेल के द्वारा कब्जा किया गया था। कब्जा हटाने के बाद ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त कर दिया है। आमापाली गांव के ग्रामीणों ने 11 दिसंबर को शासकीय भूमि लगभग दो एकड़ जिसके अंदर लोकशक्ति तालाब भी है, उस पर जयप्रकाश पटेल उर्फ पन्ना गुरूजी निवासी डूमरपाली तहसील पुसौर द्वारा अवैध कब्जा करने की शिकायत की गई थी। ग्रामीणों ने कहा था कि शिक्षक के पैतृक गांव में स्वयं का मकान और कृषिभूमि होनें के बाद भी उनके द्वारा अवैध कब्जा कर अपना व्यावसायिक केंद्र बना लिया गया है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सरकारी शिक्षक जयप्रकाश पटेल के द्वारा गांव के ललित गुप्ता, सुरेश गुप्ता, संतोष गुप्ता, जितेन्द्र गुप्ता के अलावा मनोज गुप्ता के खिलाफ जूटमिल थाने में झूठा केस भी दर्ज कराया गया है जिसके विरोध में 27 दिसंबर को पूरा गांव थाना पहुंचकर पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई है। 27 दिसंबर को थाने में शिकायत आमापाली गांव के सैकड़ो ग्रामीणों ने 27 दिसंबर को जूटमिल थाना पहुंचकर पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपते हुए गांव के एक शिक्षक जयप्रकाश पटेल उर्फ पन्ना गुरूजी के द्वारा गांव के ग्रामीणों के साथ दुव्र्यवहार करने के अलावा झुठे केस में फंसाने की धमकी देने की शिकायत की थी। साथ ही साथ उसी दिन तहसील कार्यालय पहुंचकर जल्द ही अवैध कब्जे पर कार्रवाई नही होनें पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी थी।