मानसरोवर के दीक्षारंभ के नौवें दिन एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट पर व्याख्यान:अध्ययन अध्यापन और संभाषण ज्ञान प्राप्ति के तीन मार्ग- डॉ. गुप्ता

Lecture on Entrepreneurship Development on the ninth day of Manasarovar

मानसरोवर के दीक्षारंभ के नौवें दिन एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट पर व्याख्यान:अध्ययन अध्यापन और संभाषण ज्ञान प्राप्ति के तीन मार्ग- डॉ. गुप्ता
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मानसरोवर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के तीनों आयुर्वेदिक महाविद्यालयों में दीक्षारंभ 2024 का आयोजन किया जा रहा है। दीक्षारंभ के नौवें दिन जहां एक ओर अतिथियों द्वारा विद्यार्थियों को पठन-पाठन और संभाषण आदि ज्ञान प्राप्ति के मार्ग बताए गए वहीं दूसरी ओर विद्यार्थियों को तनाव प्रबंधन, समय प्रबंधन और एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट के गुण भी सिखाए गए। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि संचालनालय आयुष विभाग मध्यप्रदेश शासन के ज्वाइंट डायरेक्टर डाॅ. पंकज गुप्ता, मुख्य अतिथि उपसचिव सामान्य प्रशासन विभाग डाॅ. बृजेश सक्सेना, आयुर्वेद संचालक डाॅ. बाबुल ताम्रकार, डीन एकेडमी डाॅ. सचिन खेड़िकर और डाॅ. मनीषा राठी ने दीप प्रज्जवलन कर किया। मुख्य अतिथि डाॅ. बृजेश सक्सेना ने आयुर्वेद के क्षेत्र में संभावनाओं पर वक्तव्य देते हुए कहा कि आयुर्वेद के विद्यार्थी किसी एक क्षेत्र से बंधे न रहकर फार्मा और मैनेजमेंट क्षेत्र में भी बेहतर संभावनाएं तलाश सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आयुष विभाग कैंसर ट्रीटमेंट के लिए कई आयुर्वेदिक औषधियों पर रिसर्च कर रहा है। मुख्य अतिथि डाॅ. पंकज गुप्ता ने कहा कि अध्ययन, अध्यापन और संभाषण ज्ञान प्राप्ति के तीन मार्ग हैं। यदि आपके पास ज्ञान है तो आप हमेशा काॅन्फिडेंट रहेंगे। प्लान तो सभी करते हैं लेकिन एग्जिक्यूशन जरूरी है। इसलिए अपनी स्किल्स को बढ़ाइए, आगे बढ़ते रहिए और ज्यादा से ज्यादा एक्सप्लोर करिए। इससे पहले प्रथम सत्र की वक्ता डाॅ. मनीषा राठी ने टाइम मैनेजमेंट और एग्जामिनेशन स्ट्रेटजी के बारे में विद्यार्थियों को बताया। वहीं डाॅ. रचना जैन ने तनाव प्रबंधन की तकनीक बताने के साथ ही अपनी आत्मा, दिमाग और शरीर को स्वस्थ्य बनाए रखने के सूत्र भी बताए। इसी क्रम में डाॅ. मयूर पराते ने नवाचार एवं उद्यमशीलता पर वक्तव्य दिया। इस दौरान डाॅ. पवन शर्मा, डाॅ. विकास जैन, डॉ. प्रीति शर्मा, डॉ. पूजा तिवारी, डॉ. सुप्रिया गौतम, डॉ. मनीष सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं विद्यार्थीगण मौजूद रहे।