बालाघाट में महिलाओं ने शराबखोरी के खिलाफ उठाया मोर्चा:वार्ड में शराब रोकने गश्त कर रही महिलाओ से मिली सीएसपी, हरसंभव सहयोग का दिया आश्वासन
Raised front against alcoholism

बालाघाट में जगह-जगह बिक रही अवैध शराब से बिगड़ रही युवा पीढ़ी और रोजाना घरों में होती कलह से निपटने के लिए वार्ड की महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। पिछले एक से डेढ़ महीने से लगातार वार्ड की महिलाएं हाथों में लाठी लेकर वार्ड का गश्त कर रही हैं, जिससे वार्ड में अवैध रूप से शराब का विक्रय और शराबखोरी पर अंकुश लगा है। महिलाओं ने शराब की बोतलें तोड़कर दी चेतावनी वार्ड में प्रतिदिन महिलाएं, देर शाम 07 बजे के बाद वार्ड के नदी किनारे और आसपास, शराब विक्रय और पीने वालों की तलाश करती हैं और यदि कोई मिलता है तो उसकी शराब की बोतल तोड़कर उसे समझाईश देती हैं। महिलाओं की इस पहल से अवैध रूप से शराब बेचने वालों की दुकानें बंद हो गईं, लेकिन वे उन्हें धमकी भी देते हैं। फिर भी महिलाएं निडर होकर पूरी तरह से वार्ड को नशामुक्त बनाने में लगी हैं। कोतवाली क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 33 में महिलाओं द्वारा शराब के खिलाफ चलाई जा रही इस मुहिम की खबर मीडिया में आने के बाद, बुधवार 8 जनवरी की रात सीएसपी वैशाली सिंह कराहलिया ने महिलाओं से मुलाकात की और उनके कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें अपना मोबाइल नंबर देते हुए कहा कि पुलिस आपकी मदद के लिए हरसंभव तैयार है। यही नहीं, सीएसपी ने पुलिस को भी प्रतिदिन यहां भ्रमण करने के निर्देश दिए। वैनगंगा नदी किनारे शराबखोरी से पानी प्रदूषित हो रहा था दरअसल, नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 33, वैनगंगा नदी किनारे स्थित है, जहां अक्सर लोग नदी के किनारे शराबखोरी करने पहुंचते थे। इससे शराब की बोतलों और डिस्पोजल गिलासों से न केवल गंदगी फैल रही थी, बल्कि नदी का पानी भी प्रदूषित हो रहा था। वहीं, गांव में जगह-जगह अवैध शराब विक्रय से युवा पीढ़ी और ग्रामीण शराब का सेवन कर रहे थे, जिससे घरों में कलह होने लगी थी। जिसके खिलाफ महिलाओं ने एकजुट होकर मोर्चा खोला और प्रशासन को इसकी सूचना देकर अब गांव में शराब के अवैध विक्रय और शराबखोरी के खिलाफ डंडा लेकर गश्त कर रही हैं।