पंडित जवाहरलाल नेहरू की 135वीं जयंती:कांग्रेस नेताओं ने दी श्रद्धांजलि; बोले- उन्होंने विश्व में देश की एक अलग पहचान बनाई
पंडित जवाहरलाल नेहरू की 135वीं जयंती:कांग्रेस नेताओं ने दी श्रद्धांजलि; बोले- उन्होंने विश्व में देश की एक अलग पहचान बनाई
देश के पहले प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू की 135वीं जयंती पर गुरुवार को बुरहानपुर कांग्रेस ने जय स्तंभ स्थित उनकी प्रतिमा पर पहुंचकर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। नेहरू जी का स्मरण करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता शेख रुस्तम ने कहा देश जिन संघर्षों से गुजर कर और जिन हालातों में आजाद हुआ उन हालातों में देश का नेतृत्व करने के लिए नेहरू जी से बेहतर विकल्प कोई नहीं हो सकता था इसीलिए गांधी जी ने देश की बागडोर नेहरू जी को सौंपी। नेहरू जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए एक तरफ देश के विकास की मजबूत आधारशिला रखी जिससे आज हमारा देश विश्व के अग्रणी राष्ट्रों में शुमार किया जाता है। विश्व में देश की एक अलग पहचान बनाई
दूसरी ओर संवैधानिक मूल्य विशेषकर धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र और समाजवाद को मजबूत किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब विश्व के शक्तिशाली राष्ट्रों में सामरिक प्रतिस्पर्धा की होड़ लगी हुई थी नेहरू जी ने गांधी जी के शांति और अहिंसा के रास्ते पर चलकर शांति चाहने वाले राष्ट्रों को साथ लेकर गुटनिरपेक्ष आंदोलन का नेतृत्व किया और विश्व में देश की एक अलग पहचान बनाई। ये रहे मौजूद
इस दौरान कांग्रेस पश्चिम ब्लॉक अध्यक्ष संजय चौकसे, प्रदेश उपाध्यक्ष हमीद काजी, प्रदेश महासचिव सुरेंद्र सिंह, सह सचिव इंद्रसेन देशमुख, केडी पटेल, कैलाश यावतकर, अनीता यादव, सरिता यादव, आशीष भगत, निखिल खंडेलवाल, अरुण जोशी, प्रमोद जैन, पार्षद एहफाज मीर, आसिफ खान, अजय बालापुरकर, हमीद डायमंड, अमर यादव, असलम खान, रियाज उल हक अंसारी, राजेश भगत, साजिद अंसारी , जिया उल हक अंसारी, रहीम अंसारी, हारून शेख मौजूद थे।
देश के पहले प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू की 135वीं जयंती पर गुरुवार को बुरहानपुर कांग्रेस ने जय स्तंभ स्थित उनकी प्रतिमा पर पहुंचकर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। नेहरू जी का स्मरण करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता शेख रुस्तम ने कहा देश जिन संघर्षों से गुजर कर और जिन हालातों में आजाद हुआ उन हालातों में देश का नेतृत्व करने के लिए नेहरू जी से बेहतर विकल्प कोई नहीं हो सकता था इसीलिए गांधी जी ने देश की बागडोर नेहरू जी को सौंपी। नेहरू जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए एक तरफ देश के विकास की मजबूत आधारशिला रखी जिससे आज हमारा देश विश्व के अग्रणी राष्ट्रों में शुमार किया जाता है। विश्व में देश की एक अलग पहचान बनाई
दूसरी ओर संवैधानिक मूल्य विशेषकर धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र और समाजवाद को मजबूत किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब विश्व के शक्तिशाली राष्ट्रों में सामरिक प्रतिस्पर्धा की होड़ लगी हुई थी नेहरू जी ने गांधी जी के शांति और अहिंसा के रास्ते पर चलकर शांति चाहने वाले राष्ट्रों को साथ लेकर गुटनिरपेक्ष आंदोलन का नेतृत्व किया और विश्व में देश की एक अलग पहचान बनाई। ये रहे मौजूद
इस दौरान कांग्रेस पश्चिम ब्लॉक अध्यक्ष संजय चौकसे, प्रदेश उपाध्यक्ष हमीद काजी, प्रदेश महासचिव सुरेंद्र सिंह, सह सचिव इंद्रसेन देशमुख, केडी पटेल, कैलाश यावतकर, अनीता यादव, सरिता यादव, आशीष भगत, निखिल खंडेलवाल, अरुण जोशी, प्रमोद जैन, पार्षद एहफाज मीर, आसिफ खान, अजय बालापुरकर, हमीद डायमंड, अमर यादव, असलम खान, रियाज उल हक अंसारी, राजेश भगत, साजिद अंसारी , जिया उल हक अंसारी, रहीम अंसारी, हारून शेख मौजूद थे।