पोते ने की थी दादी की हत्या:सिर पर किया था बांस से हमला; बोला- जादू-टोना करती थीं
पोते ने की थी दादी की हत्या:सिर पर किया था बांस से हमला; बोला- जादू-टोना करती थीं
मैहर जिले के अमदरा थाना अंतर्गत बुढागर में हुई वृद्धा की हत्या उसके पोते ने ही की थी। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अपनी दादी के सिर पर बांस का डंडा मारा था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। जानकारी के मुताबिक, अमदरा थाना क्षेत्र के ग्राम बुढागर में 23 अक्टूबर को हुई वृद्धा काशी बाई पत्नी निर्भान सिंह गोंड की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतका के पोते जगतपाल सिंह उर्फ घिन्नू पिता सोने सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। जगतपाल वारदात के बाद से ही लापता था और प्रथम दृष्टया संदेह भी उसी पर व्यक्त किया गया था। पुलिस ने बताया कि जांच पड़ताल के दौरान लोगों से हुई पूछताछ और पिछले कुछ घटनाक्रमों के बारे में सामने आई जानकारी में भी जगतपाल पर संदेह गहराने के आधार मिले थे। उसकी तलाश में पुलिस ने कई संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की थी। पकड़ में आने पर उससे पूछताछ की गई तो उसने दादी की हत्या का जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि उसने बांस से वार कर वारदात को अंजाम दिया। दादी जादू-टोने करती थीं आरोपी ने पुलिस को बताया कि दादी काशी सिंह जादू टोना करती थी,इसमें चाचा वीरेंद्र सिंह और चाची सुमित्रा सिंह भी दादी की मदद करते थे। उनकी इस हरकत से गांव के तमाम लोग परेशान रहते थे। जब इस पर जगतपाल ने ऐतराज जताया तो लगभग डेढ़ माह पूर्व दादी ,चाचा और चाची ने उसके साथ मारपीट की थी। उस वक्त से ही उसने खुन्नस पाल ली थी। 23 अक्टूबर को जब दादी काशी सिंह अकेले नदी तरफ गई थी तभी मौका पा कर उसने बांस के डंडे से उसके सिर पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद जगतपाल वहां से भाग निकला।
मैहर जिले के अमदरा थाना अंतर्गत बुढागर में हुई वृद्धा की हत्या उसके पोते ने ही की थी। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने अपनी दादी के सिर पर बांस का डंडा मारा था, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। जानकारी के मुताबिक, अमदरा थाना क्षेत्र के ग्राम बुढागर में 23 अक्टूबर को हुई वृद्धा काशी बाई पत्नी निर्भान सिंह गोंड की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतका के पोते जगतपाल सिंह उर्फ घिन्नू पिता सोने सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। जगतपाल वारदात के बाद से ही लापता था और प्रथम दृष्टया संदेह भी उसी पर व्यक्त किया गया था। पुलिस ने बताया कि जांच पड़ताल के दौरान लोगों से हुई पूछताछ और पिछले कुछ घटनाक्रमों के बारे में सामने आई जानकारी में भी जगतपाल पर संदेह गहराने के आधार मिले थे। उसकी तलाश में पुलिस ने कई संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की थी। पकड़ में आने पर उससे पूछताछ की गई तो उसने दादी की हत्या का जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि उसने बांस से वार कर वारदात को अंजाम दिया। दादी जादू-टोने करती थीं आरोपी ने पुलिस को बताया कि दादी काशी सिंह जादू टोना करती थी,इसमें चाचा वीरेंद्र सिंह और चाची सुमित्रा सिंह भी दादी की मदद करते थे। उनकी इस हरकत से गांव के तमाम लोग परेशान रहते थे। जब इस पर जगतपाल ने ऐतराज जताया तो लगभग डेढ़ माह पूर्व दादी ,चाचा और चाची ने उसके साथ मारपीट की थी। उस वक्त से ही उसने खुन्नस पाल ली थी। 23 अक्टूबर को जब दादी काशी सिंह अकेले नदी तरफ गई थी तभी मौका पा कर उसने बांस के डंडे से उसके सिर पर वार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद जगतपाल वहां से भाग निकला।