शिवपुरी में बोले दिग्विजय सिंह- AICC का फैसला मानना:प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया, कहा- प्रशासन बीजेपी का कार्यकर्ता बनकर लड़ रहा उपचुनाव
शिवपुरी में बोले दिग्विजय सिंह- AICC का फैसला मानना:प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया, कहा- प्रशासन बीजेपी का कार्यकर्ता बनकर लड़ रहा उपचुनाव
विजयपुर उपचुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी पूरी ताकत से प्रचार में जुटी हुई हैं। शनिवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शिवपुरी से विजयपुर विधानसभा के लिए रवाना हुए। वह रात्रि विश्राम के लिए शिवपुरी में रुके हुए थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए शिवपुरी के प्रशासन को भाजपा कार्यकर्ता बता दिया। उन्होंने कहा कि विजयपुर उप चुनाव में प्रशासन भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग पर पक्षपात के आरोप लगाए है। एफआईआर से डरने वाले नहीं है- दिग्विजय सिंह पांच दिन पहले सभा के लिए स्थान बदलने और रैली निकालने को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, विधायक फूलसिंह बरैया, कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा के खिलाफ फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (एफएसटी) के सदस्य ने एफआईआर कराई थी। इस पर पूर्व सीएम दिग्गविजय सिंह ने कहा कि कोई भी कांग्रेसी एफआईआर से डरने वाली नहीं है। कांग्रेस गरीबों की लड़ाई लड़ने वाली पार्टी है। विजयपुर में पूरा प्रशासन चुनाव को प्रभावित करने में लगे हैं। विजयपुर उपचुनाव में प्रशासन चुनाव लड़ रहा है। प्रशासन भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहा है। इसके बावजूद कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है। नई कार्यकारिणी पर बोले- जो निर्णय AICC ने लिया उसे स्वीकार करना चाहिए मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के करीब 10 महीने बाद जीतू पटवारी ने 26 अक्टूबर को अपनी नई कार्यकारिणी घोषित की थी। सूची जारी होने के बाद कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया था। कई कांग्रेसी नेताओं ने मिले पद से इस्तीफा दे दिया था। इतना ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के साथ साथ नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा था कि जिन नेताओं की वजह से कांग्रेस की दुर्दशा हुई है और आज जो हालात है, उन्हीं लोगों के कहने पर यदि कार्यकारिणी बनेगी तो कांग्रेस का भगवान ही मालिक है। इस मामले में आज यानी शनिवार को दिग्गविजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश कांग्रेस ने कार्यकारिणी घोषित करने के लिए आल इंडिया कांग्रेस कमेटी को अधिकृत किया था। जो निर्णय AICC ने लिया हैं उसे स्वीकार कर लेना चाहिए।
विजयपुर उपचुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी पूरी ताकत से प्रचार में जुटी हुई हैं। शनिवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शिवपुरी से विजयपुर विधानसभा के लिए रवाना हुए। वह रात्रि विश्राम के लिए शिवपुरी में रुके हुए थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए शिवपुरी के प्रशासन को भाजपा कार्यकर्ता बता दिया। उन्होंने कहा कि विजयपुर उप चुनाव में प्रशासन भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग पर पक्षपात के आरोप लगाए है। एफआईआर से डरने वाले नहीं है- दिग्विजय सिंह पांच दिन पहले सभा के लिए स्थान बदलने और रैली निकालने को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे, विधायक फूलसिंह बरैया, कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा के खिलाफ फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (एफएसटी) के सदस्य ने एफआईआर कराई थी। इस पर पूर्व सीएम दिग्गविजय सिंह ने कहा कि कोई भी कांग्रेसी एफआईआर से डरने वाली नहीं है। कांग्रेस गरीबों की लड़ाई लड़ने वाली पार्टी है। विजयपुर में पूरा प्रशासन चुनाव को प्रभावित करने में लगे हैं। विजयपुर उपचुनाव में प्रशासन चुनाव लड़ रहा है। प्रशासन भाजपा कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहा है। इसके बावजूद कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है। नई कार्यकारिणी पर बोले- जो निर्णय AICC ने लिया उसे स्वीकार करना चाहिए मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के करीब 10 महीने बाद जीतू पटवारी ने 26 अक्टूबर को अपनी नई कार्यकारिणी घोषित की थी। सूची जारी होने के बाद कांग्रेस में विरोध शुरू हो गया था। कई कांग्रेसी नेताओं ने मिले पद से इस्तीफा दे दिया था। इतना ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के साथ साथ नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा था कि जिन नेताओं की वजह से कांग्रेस की दुर्दशा हुई है और आज जो हालात है, उन्हीं लोगों के कहने पर यदि कार्यकारिणी बनेगी तो कांग्रेस का भगवान ही मालिक है। इस मामले में आज यानी शनिवार को दिग्गविजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश कांग्रेस ने कार्यकारिणी घोषित करने के लिए आल इंडिया कांग्रेस कमेटी को अधिकृत किया था। जो निर्णय AICC ने लिया हैं उसे स्वीकार कर लेना चाहिए।