देवास के स्कूल में मनाया नवम आयुर्वेद दिवस:बच्चों को परीक्षा के तनाव से दूर रहने और एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई करने के गुर सिखाए
देवास के स्कूल में मनाया नवम आयुर्वेद दिवस:बच्चों को परीक्षा के तनाव से दूर रहने और एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई करने के गुर सिखाए
देवास में आयुष विभाग द्वारा 'नवम आयुर्वेद दिवस' पर ‘‘वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद नवाचार’’ के अंतर्गत विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद गतिविधियां साईनाथ मेमोरियल स्कूल देवास में आयोजित की गई। इस दौरान डॉ. प्रांजली भारद्वाज ने बच्चों को परीक्षा के तनाव से दूर रहने और एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई करने के गुर सिखाएं। विद्यार्थियों को बताया गया कि वे योग, दिनचर्या, संतुलित आयुष जीवन पद्धति और ऋतुचर्या के पालन से तनाव को दूर कर शांतचित्त रह सकते हैं। डॉ. प्रीति बाला पाटीदार ने आयुष चिकित्सा प्रणाली के बारे में जानकारी देते हुए आयुष पाठ्यक्रम में प्रवेश की विस्तृत जानकारी दी व बालक- बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाएं वितरित की गई। कार्यक्रम की नोडल अधिकारी विशेषज्ञ डॉ. ममता जूनवाल ने अपने विद्यार्थी जीवन के अनुभवों को साझा कर विद्यार्थियों को आयुर्वेद एवं योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने पर जोर दिया। स्कूल में आयुर्वेद गतिविधियों में योग और आयुर्वेद थीम पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कीर्ति प्रजापत, द्वितीय स्थान अतुल बड़ोदिया और तृतीय स्थान यशस्वी पाल ने प्राप्त किया।
देवास में आयुष विभाग द्वारा 'नवम आयुर्वेद दिवस' पर ‘‘वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद नवाचार’’ के अंतर्गत विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद गतिविधियां साईनाथ मेमोरियल स्कूल देवास में आयोजित की गई। इस दौरान डॉ. प्रांजली भारद्वाज ने बच्चों को परीक्षा के तनाव से दूर रहने और एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई करने के गुर सिखाएं। विद्यार्थियों को बताया गया कि वे योग, दिनचर्या, संतुलित आयुष जीवन पद्धति और ऋतुचर्या के पालन से तनाव को दूर कर शांतचित्त रह सकते हैं। डॉ. प्रीति बाला पाटीदार ने आयुष चिकित्सा प्रणाली के बारे में जानकारी देते हुए आयुष पाठ्यक्रम में प्रवेश की विस्तृत जानकारी दी व बालक- बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाएं वितरित की गई। कार्यक्रम की नोडल अधिकारी विशेषज्ञ डॉ. ममता जूनवाल ने अपने विद्यार्थी जीवन के अनुभवों को साझा कर विद्यार्थियों को आयुर्वेद एवं योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने पर जोर दिया। स्कूल में आयुर्वेद गतिविधियों में योग और आयुर्वेद थीम पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कीर्ति प्रजापत, द्वितीय स्थान अतुल बड़ोदिया और तृतीय स्थान यशस्वी पाल ने प्राप्त किया।