एमपी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां शुरू:टीचर्स की छुट्टी पर लगी रोक, इंदौर में 140 स्कूलों को बनाया सेंटर
एमपी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां शुरू:टीचर्स की छुट्टी पर लगी रोक, इंदौर में 140 स्कूलों को बनाया सेंटर
माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं के चलते सरकारी स्कूल के टीचर्स के अवकाश पर रोक लगा गई है। स्वास्थ्य कारणों से ही टीचर्स अवकाश ले सकेंगे। इस छुट्टी के लिए भी जिला मेडिकल बोर्ड का सर्टिफिकेट लेना जरूरी होगा। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए जिले के 140 स्कूलों को सेंटर बनाया गया है। एग्जाम की तैयारी के चलते जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने एक मीटिंग भी की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि बिना अनुमति किसी भी टीचर को छुट्टी नहीं दी जाए। अब जिला शिक्षा अधिकारी ने समस्त संकुल प्राचार्यों को नोटिस जारी कर टीचर्स के अवकाश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एग्जाम संबंधी काम को मप्र अनिवार्य सेवा संधारण एवं विच्छिन्नता निवारण अधिनियम के तहत अनिवार्य सेवा घोषित किया है। एग्जाम व मूल्यांकन काम में लगे कर्मचारियों की सेवा अत्यावश्यक श्रेणी में आती है। इसलिए कोई भी प्रिंसिपल, टीचर या कर्मचारी एग्जाम से जुड़े कामों से इनकार करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। आकस्मिक अवकाश सिर्फ संकुल प्रिंसिपल की स्वीकृत पर मिल सकेगा। बीमारी में शिक्षक व कर्मचारी अवकाश ले सकते है, लेकिन इसके लिए उन्हें अनिवार्य रूप से जिला मेडिकल बोर्ड का सर्टिफिकेट देना होगा।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं के चलते सरकारी स्कूल के टीचर्स के अवकाश पर रोक लगा गई है। स्वास्थ्य कारणों से ही टीचर्स अवकाश ले सकेंगे। इस छुट्टी के लिए भी जिला मेडिकल बोर्ड का सर्टिफिकेट लेना जरूरी होगा। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए जिले के 140 स्कूलों को सेंटर बनाया गया है। एग्जाम की तैयारी के चलते जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने एक मीटिंग भी की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि बिना अनुमति किसी भी टीचर को छुट्टी नहीं दी जाए। अब जिला शिक्षा अधिकारी ने समस्त संकुल प्राचार्यों को नोटिस जारी कर टीचर्स के अवकाश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एग्जाम संबंधी काम को मप्र अनिवार्य सेवा संधारण एवं विच्छिन्नता निवारण अधिनियम के तहत अनिवार्य सेवा घोषित किया है। एग्जाम व मूल्यांकन काम में लगे कर्मचारियों की सेवा अत्यावश्यक श्रेणी में आती है। इसलिए कोई भी प्रिंसिपल, टीचर या कर्मचारी एग्जाम से जुड़े कामों से इनकार करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। आकस्मिक अवकाश सिर्फ संकुल प्रिंसिपल की स्वीकृत पर मिल सकेगा। बीमारी में शिक्षक व कर्मचारी अवकाश ले सकते है, लेकिन इसके लिए उन्हें अनिवार्य रूप से जिला मेडिकल बोर्ड का सर्टिफिकेट देना होगा।