महालक्ष्मी धाम में मनाया अन्नकूट महोत्सव:लक्ष्मी नारायण यज्ञ बाद लगाया 56 भोग; दोपहर तक 50 हजार भक्त पहुंचे

खरगोन जिले के ऊन स्थित 11वीं शताब्दी के महालक्ष्मी धाम में शनिवार को गोपाष्टमी पर्व पर अन्नकूट महोत्सव व भंडारा हुआ। सुबह ऊन से कलश यात्रा व खरगोन से ध्वज यात्रा निकलकर महालक्ष्मी धाम पहुंची। मंदिर परिसर में शुक्रवार से चल रहे 51 जोड़ों के 21 कुंडीय लक्ष्मीनारायण यज्ञ का सुबह 10 बजे समापन हुआ। महालक्ष्मी माता को 56 भोग लगाया गया। कन्या भोज हुआ, सुबह 11 बजे से भंडारे की शुरुआत हुई। दोपहर 1 बजे तक जिले सहित आसपास के क्षेत्र के 50 हजार से ज्यादा भक्तों ने महालक्ष्मी धाम पहुंचकर शीश झुकाया। गोपूजन व कन्या भोज हुआ मंदिर समिति से जुड़े गजेंद्र सोनी ने बताया गोपाष्टमी पर गांव के गायत्री मंदिर से कलश यात्रा निकलकर मंदिर पहुंची। गोमाता पूजन, कन्या भोज के बाद भंडारा शुरू हुआ। शाम को महाआरती के बाद अन्नकूट महाप्रसादी का वितरण होगा।

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खरगोन जिले के ऊन स्थित 11वीं शताब्दी के महालक्ष्मी धाम में शनिवार को गोपाष्टमी पर्व पर अन्नकूट महोत्सव व भंडारा हुआ। सुबह ऊन से कलश यात्रा व खरगोन से ध्वज यात्रा निकलकर महालक्ष्मी धाम पहुंची। मंदिर परिसर में शुक्रवार से चल रहे 51 जोड़ों के 21 कुंडीय लक्ष्मीनारायण यज्ञ का सुबह 10 बजे समापन हुआ। महालक्ष्मी माता को 56 भोग लगाया गया। कन्या भोज हुआ, सुबह 11 बजे से भंडारे की शुरुआत हुई। दोपहर 1 बजे तक जिले सहित आसपास के क्षेत्र के 50 हजार से ज्यादा भक्तों ने महालक्ष्मी धाम पहुंचकर शीश झुकाया। गोपूजन व कन्या भोज हुआ मंदिर समिति से जुड़े गजेंद्र सोनी ने बताया गोपाष्टमी पर गांव के गायत्री मंदिर से कलश यात्रा निकलकर मंदिर पहुंची। गोमाता पूजन, कन्या भोज के बाद भंडारा शुरू हुआ। शाम को महाआरती के बाद अन्नकूट महाप्रसादी का वितरण होगा।