बालाघाट में रेलवे ट्रैक पर नाबालिग की मौत का मामला:पिता ने कहा- सेल्फी लेने वाले तीन दोस्तों में सिर्फ मेरा बेटा कैसे गिरा?
बालाघाट में रेलवे ट्रैक पर नाबालिग की मौत का मामला:पिता ने कहा- सेल्फी लेने वाले तीन दोस्तों में सिर्फ मेरा बेटा कैसे गिरा?
बालाघाट में एक किशोर की संदिग्ध मौत के मामले में पिता ने न्याय की गुहार लगाई है। मंगलवार को पीड़ित परिवार एसपी कार्यालय पहुंचा और निष्पक्ष जांच की मांग की। घटना 1 जनवरी की है। 16 वर्षीय अभयराज बंशकार अपने दो दोस्तों हमन सोनेकर और अजीत राहंगडाले के साथ चुनरी यात्रा देखने गया था। दोस्तों के मुताबिक, शाम करीब 4 बजे गर्रा रेलवे पुल पर सेल्फी लेते समय बालाघाट-इतवारी की ओर जा रही ट्रेन से टकराकर अभयराज की मौत हो गई। मृतक के पिता ने पुलिस जांच पर उठाए सवाल मृतक के पिता अमरराज बंशकार ने पुलिस जांच पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अभयराज उनका एकलौता बेटा था। उनका कहना है कि अगर तीनों दोस्त साथ में सेल्फी ले रहे थे, तो सिर्फ उनका बेटा ही कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ। साथ ही वह सेल्फी कहां है, जो कथित तौर पर ली गई थी। पीड़ित ने कहा- मामले की निष्पक्ष जांच हो पुलिस की जांच से असंतुष्ट पिता का आरोप है कि पुलिस इसे सामान्य घटना मान रही है, जबकि यह एक गंभीर मामला है। जांच अधिकारी के अनुसार ट्रेन के लोको पायलट ने अपने बयान में किसी दुर्घटना की पुष्टि नहीं की है। परिवार का कहना है कि पहले भी कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई। अमरराज ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की मौत संदिग्ध है और उसके साथी सच्चाई छिपा रहे हैं। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
बालाघाट में एक किशोर की संदिग्ध मौत के मामले में पिता ने न्याय की गुहार लगाई है। मंगलवार को पीड़ित परिवार एसपी कार्यालय पहुंचा और निष्पक्ष जांच की मांग की। घटना 1 जनवरी की है। 16 वर्षीय अभयराज बंशकार अपने दो दोस्तों हमन सोनेकर और अजीत राहंगडाले के साथ चुनरी यात्रा देखने गया था। दोस्तों के मुताबिक, शाम करीब 4 बजे गर्रा रेलवे पुल पर सेल्फी लेते समय बालाघाट-इतवारी की ओर जा रही ट्रेन से टकराकर अभयराज की मौत हो गई। मृतक के पिता ने पुलिस जांच पर उठाए सवाल मृतक के पिता अमरराज बंशकार ने पुलिस जांच पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अभयराज उनका एकलौता बेटा था। उनका कहना है कि अगर तीनों दोस्त साथ में सेल्फी ले रहे थे, तो सिर्फ उनका बेटा ही कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ। साथ ही वह सेल्फी कहां है, जो कथित तौर पर ली गई थी। पीड़ित ने कहा- मामले की निष्पक्ष जांच हो पुलिस की जांच से असंतुष्ट पिता का आरोप है कि पुलिस इसे सामान्य घटना मान रही है, जबकि यह एक गंभीर मामला है। जांच अधिकारी के अनुसार ट्रेन के लोको पायलट ने अपने बयान में किसी दुर्घटना की पुष्टि नहीं की है। परिवार का कहना है कि पहले भी कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं हुई। अमरराज ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे की मौत संदिग्ध है और उसके साथी सच्चाई छिपा रहे हैं। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।